जीता सिंह नेगी/ रिकांगपिओ
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या किन्नौरी लोक कलाकारों के नाम रही। इस दौरान किन्नौर के लोक कलाकार केदार नेगी, मानसी, शांति नेगी, सावन नेगी, बीरबल किनोरा, योगराज नेगी, मरिंडा खोज, बबली, बबीता, श्यामू नेगी, छेरिंग डोलमा, चन्द्र लाल, उषा नेगी आदि कई कलाकारों ने एक के बाद एक कई किन्नौरी व पहाड़ी गाने गा कर लोगो को झूमने पर मजबूर किया। गायकों द्वारा गाये गए गानों में मुख्य रूप से पैसा-पैसा-पैसा ऐसा कैसा पैसा, टेंशन नही लेने का टेंशन तो देने का, संथानग मेमे विग्यो, सोनगिसहु दोखा, पीटा-पीटा-पीटा, पेप्सी कोला तुंगते आदि कई गाने गाए। इस दौरान पंडाल में श्रोता झुमते नजर आए।
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या किन्नौरी लोक कलाकारों के नाम रही। इस दौरान किन्नौर के लोक कलाकार केदार नेगी, मानसी, शांति नेगी, सावन नेगी, बीरबल किनोरा, योगराज नेगी, मरिंडा खोज, बबली, बबीता, श्यामू नेगी, छेरिंग डोलमा, चन्द्र लाल, उषा नेगी आदि कई कलाकारों ने एक के बाद एक कई किन्नौरी व पहाड़ी गाने गा कर लोगो को झूमने पर मजबूर किया। गायकों द्वारा गाये गए गानों में मुख्य रूप से पैसा-पैसा-पैसा ऐसा कैसा पैसा, टेंशन नही लेने का टेंशन तो देने का, संथानग मेमे विग्यो, सोनगिसहु दोखा, पीटा-पीटा-पीटा, पेप्सी कोला तुंगते आदि कई गाने गाए। इस दौरान पंडाल में श्रोता झुमते नजर आए।
किन्नौर महोत्सव के दूसरे सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम पर प्रदेश वन निगम में उपाध्यक्ष सूरत नेगी मुख्य अतिथि पहुंचे। इस दौरान विशेष अथिति के रूप में शिशु धर्मा निजी सचिव मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश, उपायुक्त किन्नौर एवं अध्यक्ष मेला कमेटी गोपाल चंद, उप मंडलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर अवनिंदर शर्मा, सहायक आयुक्त एवं सचिव मेला कमेटी सुरेंद्र ठाकुर मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर एवं अध्यक्ष मेला कमेटी द्वारा मुख्य अतिथि को टोपी व शॉल पहना कर स्वागत किया।