वी कुमार/मंडी
हिमाचल प्रदेश में जारी निजी बस आपरेटरों की हड़ताल का असर दिखने लग गया है। मंडी जिला की बात करें तो यहां पर सुबह से ही हड़ताल के कारण आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राईवेट बसों की हड़ताल के कारण सरकारी बसों पर अत्याधिक दबाव पड़ा है। सभी सरकारी बसें सवारियों से खचाखच भरी हुई हैं। रास्ते में खड़ी सवारियों को ले जाने के लिए बसों में कोई जगह शेष नहीं। ऐसे में जो लोग रास्ते में बसों का इंतजार कर रहे हैं उन्हें दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।
लोग जैसे-तैसे निजी वाहनों से लिफ्ट मांगकर अपने गंतव्यों तक पहुंचने का प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार ने दावा किया था कि लोगों को कोई असुविधा नहीं होगी। मगर पुख्ता बंदोबस्त नजर नहीं आ रहे हैं। इस हड़ताल के कारण कर्मचारी वर्ग काफी परेशान नजर आ रहा है। क्योंकि अधिकतर लोग अपनी डयूटी जाने के लिए निजी बसों का सहारा लेते हैं। आज हड़ताल के कारण वह समय पर कार्यालयों में नहीं पहुंच पा रहे हैं।
यात्रियों ने बताया कि उन्हें कई घंटों तक बस का इंतजार करना पड़ रहा है। जो भी एचआरटीसी की बसें आ रही है उसमें पांव रखने के लिए भी जगह नहीं है। इन्होंने सरकार से यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसें चलाने की मांग उठाई है। वहीं कुछ यात्रियों का यह भी कहना है कि 50 प्रतिशत की बढोतरी करना जायज नहीं होगा। क्योंकि इससे आम जनता पर बोझ पड़ेगा। उन्होंने सरकार से हड़ताल को समाप्त करने के लिए कोई बीच का रास्ता अख्तियार करने की सलाह दी है।