अभिषेक मिश्रा / बिलासपुर
एनटीपीसी कोलडैम के अंतर्गत आने वाले कसोल गांव में इन दिनों तेंदुए के आतंक से ग्रामवासी भारी दहशत में ओर सहमे हुए है। स्थानीय लोगो का कहना है कि तेंदुए को दिन में भी मक्की की फसल के बीच बैठे हुए देखा गया है। यहां तक कि अभी तक उनके पालतू कुतो ओर पशुओं को अपना शिकार बना चुका है। लोगो का कहना है कि गांव में बीते दो दिन में दोपहर में ही तेंदुए ने दो बकरियों को निशाना बनाया, लेकिन बकरियों के मालिक ने होशयारी दिखाते हुए बकरी को बचा लिया।
कसोल गांव के झालमू मंदिर के साथ रहने वाले धनी राम की दो बकरियों को तेंदुए ने उस वक्त शिकार बनाया, जब वह अपनी घासनियो में चर रही थी। धनीराम स्वयम बकरियों को चरा रहा था, तभी अचानक तेंदुए ने बकरी पर हमला कर दिया। यह देखकर वह भय और डर के बावजूद भी साथ लगते गांव वालो को आवाज देकर शोर मचाने लगा। परिवारजनों न तुरन्त मौके पर पहुंचकर बकरी को तेंदुए के चुंगल से छुड़ा लिया, जोकि बुरी तरह जख्मी हो चुकी थी।
किसान धनी राम ने बताया कि इससे पहले भी तेंदुए ने एक और बकरी व उसके पालतू कुत्ते को मार दिया था। वही पर चमयोंन बीट के महिला वन सुरक्षा कर्मचारी शशि ने तेंदुए द्वारा किए गए हमले का मौका भी किया है। स्थानीय लोगो ने वनविभाग से शीघ्र ही तेंदुए को पकड़ने की मांग की है कि इससे पहले की तेंदुआ किसी व्यक्ति व बच्चो को अपना शिकार बनाए।