एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
प्रदेश भर के कंप्यूटर शिक्षक राजकीय बाल विद्यालय हमीरपुर में सरकार के रवैया के प्रति अपनी रणनीति बनाने के लिए बैठक आयोजित करेंगे। यह बैठक 2 सितम्बर रविवार को 11 बजे बुलाई गई हैं जिसमें प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 1456 कंप्यूटर शिक्षकों को निमंत्रण दिया गया हैं। हिमाचल प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रोशन मेहता, महासचिव राकेश शर्मा, विशाल शर्मा, नीरज गौतम, राजेश पटियाल, सुनील शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा व अनिल कुमार ने कहा कि कंप्यूटर शिक्षकों पर पिछले 20 वर्षों से लगातार हो रहे शोषण पर सरकार के प्रति रोष प्रकट किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की पूर्व सरकार में ने भी घोषणा पत्र कंप्यूटर शिक्षकों के लिए नीति निर्धारण की बात कही थी। वर्तमान भाजपा सरकार ने भी विजन डॉक्यूमेंट में फिर से कंप्यूटर शिक्षकों को नियमित करने के लिए नीति बनाने को अश्वास्त किया है लेकिन नीति बनाने के उपर आज तक कोई भी काम नहीं चला है। उन्होंने कि राज्य भर के 1456 शिक्षक अपनी समस्याओं से राज्य सरकार को कई बार अवगत करवा चुके हैं लेकिन आज तक किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकमा हैं।
उन्होंने कहा कि कि 20 वर्षों में आज तक वेतन कभी भ्ज्ञी समय पर नहीं मिला हैं और आज भी हाल यही है। उन्होंने कहा कि न तो कंप्यूटर शिक्षकों को छुट्टियां होती हैं और न ही समय पर वेतन मिलता हैं। हिमाचल प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा सचिव अरूण शर्मा, शिक्षा निदशेक शिमला अमरजीत शर्मा मांग की है कि जो शिक्षकों का प्रोसेस राज्य ट्रिब्यूनल में स्टे रूका हैं उसे दोबार से चलाया जाए।
सभी शिक्षकों को चरएणबद्व तरीके से वरियता के आधार पर शिक्षा विभाग में समायोजित किया जाए। उन्होेंने कहा कि कंप्यूटर शिक्षकों के हित में सरकार गंभीरता से कार्य अमल लाए। उन्होंने कहा कि 2 सितम्बर को होने वाली बैठक में अहम पहलुओं पर प्रदेश भर के कंप्यूटर शिक्षक अपनी रणनीति तैयार करेंगे और सभी पहलुओं पर विचार विर्मश करेंगे।