अमरप्रीत सिंह/सोलन
सोलन के पीजी कॉलेज में एसएफआई ने उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज के मुख्य द्वार को बंद कर दिया। उनके द्वारा कॉलेज के भीतर किसी भी विद्यार्थी को नहीं जाने दिया गया। वहीँ कॉलेज में एबीव पी का धरना प्रदर्शन भी जारी था। एसएफआई की मनमानी को देख कर एबीवीपी भी सुर्ख नज़र आई दोनों ओर से नारे बाजी होने लगी। एबीवीपी ने जबरन बंद किए गेट को खुलवाने के लिए जोर डाला। कुछ देर में पुलिस कॉलेज में पहुंची और बंद गेट को खुलवाया गया। तब जा कर विद्यार्थी कॉलेज के अंदर प्रवेश कर सके। दोनों छात्र संगठन आमने-सामने आने से कॉलेज में तनाव का माहौल देखा गया। लेकिन पुलिस की मध्यस्थता से मामले को शांत करवाया गया।
पीजी कॉलेज एसएफआई ईकाई के सेक्ट्री पंकज शर्मा ने कहा कि वह कॉलेज प्रशासन की अनुमति से वह धरना प्रदर्शन कर रहे है।लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस से मिल कर उनके प्रदर्शन को दबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनके संगठन की मांग है, कि छात्र चुनावों को फिर से बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर एबीवीपी दिखावा कर रही है। क्योंकि प्रदेश में भाजपा सरकार है और उनके मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री भी इन्हीं चुनावों से चुन कर आगे पहुंचे है। लेकिन उसके बावजूद भी छात्र चुनावों को बहाल नहीं किया जा रहा है।
जब इस बारे में एबीवीपी कार्यकर्ताओं अर्चि सुमन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कॉलेज में भूख हड़ताल हो रही है। धरना प्रदर्शन करने के अन्य कई मार्ग भी है। लेकिन एसएफआई ने कॉलेज का गेट बंद किया जो ठीक नहीं है। शिक्षा के द्वार कभी बंद नहीं होने चाहिए। विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी दूर-दूर से कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने आते है। लेकिन अगर इस तरह से कॉलज का गेट बंद होगा तो विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित होगी।इसलिए उन्होंने कॉलेज प्रशासन के साथ मिल कर गेट को खुलवाया है।