एमबीएम न्यूज़ / धर्मशाला
शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत ई-नगरपालिका (नगरपालिका ई-शासन सेवाएं) तथा जीआईएस वेब पोर्टल (भौगोलिक सूचना प्रणाली) परियोजनाओं का कार्य पूरा कर लिया गया है। बहुत जल्द मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इनका शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा वे स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत करीब 20 करोड़ रुपए से बनने वाले नियंत्रण कमांड केन्द्र के अलावा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना सहित अन्य कार्यों का नींव पत्थर भी रखेंगे।
शहरी विकास मंत्री ने धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों एवं परामर्शदाता कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को शाहपुर में हुई बैठक के उपरांत यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि करीब 2.50 करोड़ की ई-नगरपालिका तथा जीआईएस वेब पोर्टल परियोजनाओं से स्थानीय लोगों के साथ साथ यहां आने वाले पर्यटकों को बड़ी सहूलियत होगी। जीआईएस वेब पोर्टल वन सिंगापुर मैप की तर्ज पर बनाया गया है। जिस पर शहर की सभी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध होने के अलावा स्मार्ट सिटी की सभी परियोजनाएं इस पोर्टल पर परिलक्षित होंगी। ई-नगरपालिका परियोजना से लोगों को ऑन लाईन जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, शिकयत निवारएा प्रणाली, विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र, परिवार रिकॉर्ड, पेयजल एवं विद्युत कनेक्शन, भवन नकशा स्वीकृति ट्रैकिंग प्रणाली इत्यादि जैसी 14 सेवाएं उपलब्ध होंगी।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि नियंत्रण कमांड केन्द्र द्वारा धर्मशाला शहर के नागरिकों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए ई-नागरिक सेवाओं का एकीकरण कर एक केन्द्र से संचालन एवं नियंत्रण किया जा सकेगा। इससे नागरिकों व पर्यटकों को सुगमता से सुविधाएं प्राप्त होंगी एवं सुरक्षा। सरवीन चौधरी ने कहा कि शहर में गैर परम्परागत ऊर्जा संसाधनों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी कार्यलयों में अक्षय ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए चरणबद्ध तरीके से छतों पर सोलर प्लांट लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए शनिवार 30 जून को टेंडर मंगवाने की अधिसूचना जारी कर दी गई है।
प्रथम चरण में यहां लगेंगे सोलर पैनल
उन्होंने कहा कि करीब 2.45 करोड़ रुपए व्यय कर प्रथम चरण में शहर में 14 सरकारी कार्यालयों की छतों पर सोलर पैनल लगा कर 342 किलोवाट पावर तैयार की जाएगी। इनमें पुराना अस्पताल, अस्पताल आवासीय भवन, कोतवाली बाजार का सामुदायिक भवन, हि.प्र. राज्य विद्युत बोर्ड भवन, इंडोर खेल परिसर, धौलाधार होटल, एचआरटीसी वर्कशाप, स्कूल शिक्षा बोर्ड, लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह, होटल भागसू, सैनिक विश्राम गृह, मैकलोडगंज बस स्टैंड, लोक निर्माण विभाग की पार्किंग एवं स्मार्ट सिटी के पार्क शामिल हैं।
शहर के सरकारी विद्यालयों में छात्रों को नवीनतम डिजीटल तकनीक से पढ़ाने की व्यवस्था विकसित की जाएगी। प्रथम चरण में लगभग 5 करोड़ रुपए व्यय कर 10 सरकारी स्कूलों में 65 स्मार्ट कक्षाओं को यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए भी टेंडर आमंत्रित कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विभिन्न कार्यों के प्रभावी एवं गतिशील कार्यान्वयन पर जोर दिया जा रहा है। इस मौके परामर्शदाता कंपनी के निदेशक सुधाकर सिंह, महाप्रबंधक डिजाईन रोहित सोलंकी, टीम लीडर दिनेश गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।