एमबीएम न्यूज़ / हमीरपुर
राज्य में बेसहारा पशु रहित पंचायत को दस लाख रूपये पुरस्कार दिया जाएगा। यह जानकारी ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने वीरवार को नादौन उपमंडल के भड़ोली भगौर में लक्ष्मी नारायण गौशाला में आयोजित गोपाल कृष्ण मेले के दूसरे दिन बतौर मुख्यातिथि दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश धार्मिक संस्थान तथा मंदिर न्यास अधिनियम में संशोधन पारित किया गया है। चढ़ावे का पंद्रह प्रतिशत गौसदनों के निर्माण, रखरखाव तथा परिचालन के लिए व्यय किया जाएगा। इससे लगभग सत्रह करोड़ रूपये प्रतिवर्ष गोवंश के विकास के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि गौ वंश के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार कारगर कदम उठा रही है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार तथा प्रदेश की भाजपा सरकार ग्रामीण विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है।
कुल बजट का एक तिहाई ग्रामीण विकास के लिए ही खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के तहत किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस के लिए सभी ग्रामीण विकास विभाग, कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। राज्य में स्वयं सहायता समूहों के लिए सात प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। जिस के लिए 42 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी। ताकि स्वयं सहायता समूहों को उत्पाद तैयार करने के लिए प्रशिक्षण की बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक तौर सुदृढ़ बनाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग कारगर कदम उठा रहा है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को विपणन की बेहतर सुविधा देने के लिए प्लान तैयार किया गया है। इस के लिए हर जिला में विक्रय एवं प्रदर्शनी केंद्र खोले जाएंगे।
ताकि स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद आसानी से बिक सकें और स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। इससे पहले भड़ोली भगौर गौसदन के संचालक सुखदेव शास्त्री ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए गौशाला समिति की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों की जानकारी दी। पूर्व विधायक विजय अग्रिहोत्री ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं और भड़ोली भगौर के गोपाल कृष्ण मेला को और भी आकर्षक बनाने के लिए उचित प्रयास किये जाऐंगे। इस अवसर पर एसडीएम नादौन दिले राम, पंचायत समिति अध्यक्ष नादौन सुनील दत्त, पंचायत प्रधान पिपल़ु विपिन सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।