एमबीएम न्यूज़ / हमीरपुर
प्रदेश भर के स्कूलों में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों सरकार शीघ्र शिक्षा विभाग में मर्ज करें। कंप्यूटर शिक्षकों के लिए स्थाई नीति बनाई जाए। इसको लेकर संघ पदाधिकारी वीरवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को शिमला मिलेंगे। यह बात कंप्यूटर शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हेत राम ने कही है ।
प्रदेश महासचिव अश्वनी शर्मा, प्रैस सचिव राजेश कुमार, जिला मंडी के अध्यक्ष रमेश कुमार, चंबा जिला अध्यक्ष धनपत, सिरमौर जिला अध्यक्ष धनवीर, शिमला जिला अध्यक्ष राजेश कुमार, कागड़ा जिला अध्यक्ष गगन, कुल्लू जिला अधयक्ष विशाल, सोलन जिला अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार, हमीरपुर जिला अध्यक्ष अनिल कुमार, बिलासपुर जिला अध्यक्ष राजेश पटियाल, ऊना जिला अध्यक्ष संजय राणा व सदस्यों उपासना, विषणा ने जारी प्रतिक्रिया में कहा है कि शिक्षा विभाग के बड़े कार्यालयों में बैठी अफसरशाही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को गुमराह करने में जुटी हैं।
उन्होंने शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों को चेताया है कि वह अपनी मनमर्जी के घोड़े दौडऩा बंद करें और सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर शिक्षकों के हित में ठोस नीति बनाने की बेहतर सलाह दें । संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पांच दिन पहले स्वयं कहा कि मैं कंप्यूटर शिक्षकों के हितों को लेकर चिंतित हूं। प्रदेश में चाहे कांग्रेस व भाजपा की सरकार रहीं हों कंप्यूटर शिक्षकों के हितों की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया हैं। जबकि भाजपा सरकार कंप्यूटर शिक्षकों के हित में बड़ा फैसला लेगी।
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री वर्ष 2000 से स्कूलों में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों के हित की बात कर रहे हैं तो फिर अफसरशाही उनकी राय पर कंप्यूटर शिक्षकों को शिक्षा विभाग में मर्ज करने के लिए ठोस नीति बनाकर सरकार के पास क्यों नहीं भेज रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि शिक्षा विभाग में कंप्यूटर शिक्षकों के साथ 18 वर्षो से मजाक क्यों हो रहा हैं । कंप्यूटर शिक्षकों के हितों के लिए सरकार से लेकर न्यायालय तक न्याय के सभी दरबाजे क्यों बंद हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में 1383 कंप्यूटर शिक्षक बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर अपने विषय में शतप्रतिशत परिणाम दे रहे हैं, तो उन्हें नाइलेट कंपनी के सहारे एक्सटेंशन बार-बार क्यों देने की सोची जा रही हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को छुट्टियां हैं। शिक्षा विभाग का फरमान जारी हो जाता हैं अध्यापक स्कूलों में जाएंगे। जब स्कूलों में बच्चे ही नहीं हैं तो अध्यापकों के साथ दोहरे मापदंड क्यों अपनाया जा रहा हैं।
हेत राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के मिलने के बाद प्रदेश भर के सभी जिलों पर संघ की बैठकें होगी। मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के समक्ष पहले भी हर पहलू पर बात रखी है और अब फिर से रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि संघ इस वार्ता के बाद अगली रणनीति तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि संघ सरकार के साथ है लेकिन अफसरशाही के सरकार के गुमराह करने के खिलाफ अब बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में जुट गया हैं।