एमबीएम न्यूज़ / नाहन
प्लास्टिक व थर्मोकोल की बनी वस्तुओं को तिलांजलि देने के उददेश्य से जिला सिरमौर ने मालझन, सॉल और सागवान पतों से पत्तल और डोना बनाने की तैयारी आरंभ कर दी है। पूरे प्रदेश में पत्तल और डोने की मांग को पूरा करने का भी बीड़ा उठाया गया है। इस आश्य की जानकारी उपायुक्त ललित जैन आज यहां पत्तल एवं डोना बनाने के लिए महिला मण्डलों के लिए आयोजित एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान विभिन्न महिला मण्डलों से आई महिलाओं को संबोधित करते हुए दी। उन्होने कहा कि थर्मोकॉल का विकल्प तैयार करने वाले सिरमौर प्रदेश में अग्रणी जिला बन गया है। इस अनूठी पहल के शीघ्र ही सार्थक परिणाम आने लगेगें।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्लास्टिक एवं थर्मोकॉल से बनी वस्तुओं के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होने कहा कि विवाह एवं अन्य सार्वजनिक समारोह में प्रायः प्लास्टिक एवं थर्मोकॉल की पत्तले ंएवं डुने इस्तेमाल किए जाते है। जोकि स्वास्थ्य की दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होने कहा कि सिरमौर जिला के पच्छाद क्षेत्र और नाहन के धारटीधार क्षेत्र में मालझन, सॉल और सागवान के काफी वृक्ष है। इनके पतों से तैयार की जाने वाली पत्तलें एवं डोने तैयार करने की काफी संभावना उपलब्ध है। उन्होने कहा कि अतीत में भी विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह इत्यादि समारोह में हाथ से बनी पत्तले इस्तेमाल की जाती थी।
उन्होने कहा कि इस व्यवसाय को पुर्नजीवित करने के लिए महिलाओं को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि महिलाऐं आर्थिक रूप से सशक्त बन सके और थर्मोकॉल का विकल्प तैयार किया जा सके। उन्होने कहा कि जिला ग्रामीण विकास अभिकरण को निर्देश दिए गए है कि जिला के सभी विकास खण्डों में पत्तलों एवं डोने बनाने के व्यवसाय की संभावनाओं का पता लगाया जाए। संबधित क्षेत्र की महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि पत्तलों की मार्किट का भी उचित प्रबन्ध किया जाएगा। पत्तलों का मार्केटिग जैम पोर्टल के माध्यम से भी की जाएगी । उन्होने कहा कि पायलट के आधार पर जिला के पच्छाद एवं धारटीधार क्षेत्र की महिलाओं को इस व्यवसाय में जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम के सफल होने पर इसे जिला के अन्य विकास खण्डों में भी आरंभ किया जाएगा और इसकी सप्लाई पूरे प्रदेश में की जाएगी।
उन्होने जानकारी दी कि जिला में गत 27 मई से आंरभ किए गए पोलीथीन हटाओ-पर्यावरण बचाओ अभियान के दौरान दो टन प्लास्टिक एकत्रित किया गया। जिसे सड़क के निर्माण हेतू लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। उन्होने कहा कि जिला सिरमौर को पोलीथीन और थर्मोकॉल मुक्त बनाने के लिए प्रयास जारी है। ताकि पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त बनाया जा सके और यह अभियान जनसहभागिता से कार्यान्वित किया जा रहा है। इस मौके पर परियोजना अधिकारी रती राम ने जानकारी दी कि इस कार्यशाला में थाना कसोगा और बिरला पंचायत की 15 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया ।
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