एमबीएम न्यूज़ /बद्दी
हिमाचल प्रदेश राज्य गत्ता निर्माता उद्योग संघ द्वारा दो दिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन बीबीएनआईए हॉल में किया गया। यह कार्यशाला राष्ट्रीय गत्ता निर्माता उद्योग संघ (एफसीबीएम) के मार्ग दर्शन एवं वर्कशाप कमेटी के तत्वाधान में पूरे देश में आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ रामकुमार सुनकारा, अमित जैन एवं संजय बोतरा ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों के करीब 80 छात्र छात्राओं को क्राफट पेपर, प्रिटिंग, बाक्स बनाने के विभिन्न तकनीक पहलुओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप बोसमाया ने बताया कि हिमाचल प्रांत में अच्छी कवालिटी का पेपर उपलब्ध नहीं होने के कारण गत्ता निर्माताओं को काफी परेशानी व नुक्सान हो रहा है। पेपर मिलों द्वारा अत्याधिक स्टार्च कोटिंग करके गुणवत्ता से खिलवाड किया जा रहा है जिसके कारण गत्ता निर्माता कम कीमत पर अच्छी कवालिटी का बाक्स नहीं बना पा रहे हैं। विशेषज्ञ रामकुमार सुनकारा ने बताया कि अत्यधिक स्टार्च कोटिंग के कारण बाक्स में टूटने की परेशानी व बाक्स की वजन सहन करने की क्षमता कम हो रही है। उन्होने छात्र छात्राओं को क्राफट पेपर की कवालिटी चैक करने के विभिन्न टैस्ट के बारे में जानकारी दी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बोसमाया ने कहा कि पेपर मिल द्वारा हिमाचल प्रदेश के 250 गत्ता उद्योग को अच्छी कवालिटी का पेपर न देने के कारण नुक्सान हो रहा है। हिप्र गत्ता उद्योग उद्योग के प्रदेशाध्यक्ष गगन कपूर एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तय किया कि अब इससे प्रदेशों से भी पेपर मंगाया जाएगा। जबकि गुजरात एवं महाराष्ट्र आदि राज्यों में बहुत अच्छी कवालिटी का पेपर मिलने के कारण वहां के गत्ता पेटी निर्माता उद्योग सस्ती कीमत पर अच्छी गुणवत्ता का माल बेच रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष डा. सुरेंद्र जैन ने भी गत्ता उद्योगों की विभिन्न समस्याओं से राष्ट्रीय व प्रदेशाध्यक्ष को अवगत कराया। कार्यशाला में प्रदेश संरक्षक मुकेश जैन, आदित्य सूद, सुरेंद्र जैन, बीबीएन इकाई प्रधान हेमराज चौधरी, महामंत्री अशोक राणा, गिरीश सरदाना मु य रुप से उपस्थित रहे। इसमें कुरुक्षेत्र विवि से भी 15 छात्रों ने भाग लिया।