रिकांगपिओ/ जीता सिंह नेगी
जिला आयुर्वेदिक अघिकारी कार्यालय किन्नौर स्थित रिकांगपिओ में जीवन शैली जन्य रोग एवं उनसे आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के द्वारा बचाव व उपचार पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें जिला किन्नौर में आयु0 स्वा0 केन्द्रों में कार्यरत सभी चिकित्सा अधिकारीयों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ पदम चंद नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, किन्नौर ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस कार्यशाला में डॉ0 राजेन्द्र शर्मा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी किन्नौर ने जीवन शैली जन्य रोगों जिनमें कि मुख्य रूप से उच्च रक्त-चाप ,मघुमेह,मानसिक तनाव, मोटापा तथा सन्घिवात इत्यादि रोगों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की तथा उनसे बचाव के लिए उचित खान-पान, आहार व्यवहार, व्यायाम, योग एवं प्राणायाम को जीवन शैली का हिस्सा बनाने का आह्वाहन किया। उन्होने धूम्रपान, शराब तथा अन्य नशों से भी अपने आप को दूर रखने का भी सुझाव दिया क्योंकि उक्त सभी प्रकार के नशों से हमारे शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं।
डॉ0 राजेन्द्र शर्मा जिला आयुर्वेदिकअधिकारी किन्नौर ने इस अवसर पर जानकारी दी कि हमारे आजकल के परिवेश में हम लोग पाश्चात्य संस्कृति की दौड में अपना भारतीय आहार जिसमें कि लाल चावल, चक्की का पिसा हुआ आटा एवं प्राकृतिक रूप से जैविक खेती के द्वारा पैदा होने वाले खाघ पदार्थों, फलों व सब्जियों को शामिल न करके हम लोग पाश्चात्य भोजन जिनमेंकि जंक फूड वर्गर पिजा कोल्ड डिंक्स इत्यादि डिब्बा बंद सामगी्र को अपने जीवन में शामिल कर रहें हैं।
जिसकी वजह से उपरोक्त जीवन शैली जन्य रोग पैदा हो रहें हैं। इस अवसर पर पदम चंद नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, किन्नौर ने उक्त कार्यशाला की अघ्यक्षता करते हुए अपने शुभाशीश सम्बोदन में सभी आयु0 चिकित्सा अघिकारियों से जीवन शैली जन्य रोगों की जनाकारी व उनसे तमाम बचाव हेतु उचित रोकथाम के बारे सामान्य जनता में व्यापक प्रचार प्रसार करने पर बल दिया तथा इसके अतिरिक्त उन्होने सभी चिकित्सा अघिकारियों से पूरी निष्ठा व समर्पण की भावना से लोगों की सेवा करने के लिए सदा तत्पर रहने का भी आह्वाहन किया।