रिकांगपिओ/जीता सिंह नेगी
17वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस रिकांगपिओ के हिमवीरो ने 30वां स्थापना दिवस बहुत उत्साह एवं धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन भी किया गया। अर्जुन सिंह नेगी सेनानी ने परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया तथा सुसज्जित परेड से सलामी ली।
इस अवसर पर शक्तिशाली 17वीं वाहिनी के हिमवीरों को संबोधित करते हुए अर्जुन सिंह नेगी सेनानी ने वाहिनी के गठन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस 17वीं की स्थापना कुमाऊं क्षेत्र में भारत चीन सीमा की सुरक्षा हेतु 1 अप्रैल 1988 को हुई थी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल की चक्र परिवर्तन नीति के तहत यह वाहिनी वर्ष 2004 रिकांगपिओ में तैनात हुई।
वर्तमान में यह वाहिनी शिपकिला सब सेक्टर में भारत-चीन सीमा की सुरक्षा हेतु तैनात है तथा भारत की अति संवेदनशील सीमा की सुरक्षा हेतु इस वाहिनी की चार कंपनियां तैनात है। भारत-चीन सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ वाहिनी आवश्यकता पड़ने पर समय-समय पर बचाव कार्यों में भी कार्य ले रही है। स्थानीय प्रशासन एवं जनता के साथ मिलकर यह वाहिनी आस-पास के गांव तथा रिकांगपिओ में स्वच्छता अभियान भी चला रही है।
भारत-चीन सीमा के सीमांत गांव में समय-समय पर चिकित्सा सुविधा मुहैया करा कर तथा सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत विभिन्न प्रकार की सामग्री का वितरण करके यह वाहिनी स्थानीय जनता के बीच सुरक्षा की भावना जागृत कर रही है।
इस अवसर पर वाहिनी सेनानी अर्जुन सिंह नेगी ने शक्तिशाली 17वीं वाहिनी के हिमवीरों से यह अपील की है कि भारत सरकार द्वारा उन्हें देश की सीमाओं की सुरक्षा का जो दायित्व सौंपा गया है उसे वह बल के मूल मंत्र, शौर्य दृढ़ता एवं कर्म निष्ठा को आत्मसात करते हुए बखूबी निभाए तथा देश की सुरक्षा हेतु अपना सर्वस्व न्योछावर करने को हमेशा तत्पर रहें। इस अवसर पर वाहिनी के जवानों व उनके परिवारों के लिए बड़े खाने का आयोजन भी किया गया।