एमबीएम न्यूज़ / हमीरपुर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत त्रैमासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि जिला को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता में अग्रणी जिला बनाने के लिए धरातल पर स्वच्छता के कार्यों में ओर अधिक तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हवा, मिट्टी तथा पानी प्रदूषित हो चूका हैं। जिसके लिए स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छ जल स्वच्छ शौचालय तथा स्वच्छ हाथ की परिकल्पना को साकार कर स्वस्थ और स्वच्छ समाज का निर्माण सुनिश्चित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण में जिला ने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त किया जा चुका है। जबकि सामुदायिक शौचालय के निर्माण में औेर अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के कार्यों के लिए 150 परिवार वाली ग्राम पंचायत को 7 लाख रूपए, 300 परिवार वाली ग्राम पंचायत को 12 लाख रूपए, 500 परिवार वाली ग्राम पंचायत को 15 लाख रूपए तथा 500 से अधिक परिवार वाली ग्राम पंचायतों को 20 लाख रूपए अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों के लिए प्रदान किए जा रहे हैं।
बैठक में कि सभी निजी शिक्षण संस्थाओं व होटल की आमदनी पर स्वच्छता के लिए 0.5 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया। यह टैक्स ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी को देय होगा जिसे बाद में पंचायतों को वितरित किया लाएगा। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म स्वच्छता के तहत अशुद्धि नाशक संयत्र सभी शैक्षणिक संस्थानों, सिलाई केन्द्रों, महिला मंडलों,आईटीआई कालेज व अन्य संस्थाओं से आरंभ किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि महिला मंडलों को भी अशुद्धि नाशक यंत्र उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि महिलाएं इसका प्रयोग कर संयत्र की देखरेख भी सुनिश्चित करें। बैठक में बमसन विकास ख्ंाड की प्रथम व द्वितीय चरण में चयनित की गई 10 पंचायतों, भोरंज की 10 पंचायतों, सुजानपुर की 6 पंचायतों, बिझड़ की 15 पंचायतें तथा नादौन खंड की 18 पंचायतों को सितंबर तक तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए पूरा करने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला परिषद उपाध्यक्ष चंदू लाल चौधरी, डीआरडीए परियोजना अधिकारी सुनील चंदेल, उपनिदेशक कृषि विनोद शर्मा, उपनिदेशक बागवानी डॉ आर के धीमान, उपनिदेशक उच्च शिक्षा सोमदत्त सांख्यान, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य विभाग डॉ पुष्पेन्द्र वर्मा तथा समस्त विकास खंड अधिकारी उपस्थित रहे।