एमबीएम न्यूज़ / बद्दी
हिमाचल प्रदेश के युवा को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार ने हरियाणा रत्न अवार्ड से नवाजा है। यह सम्मान उन्हे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रोहतक में आयोजित तृतीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मलेन 2018 में प्रदान किया जिसमें उनको 1 लाख रुपये का चैक भी प्रोत्साहन के तौर पर प्रदान किया गया। नालागढ़ शहर के निवासी विनीत गुप्ता ने जैविक कृषि को बढ़ावा देने व विपणन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी जिस पर उनका चयन इस अवार्ड के लिए हुआ था। विनीत ने हरियाणा व हिमाचल के किसानों को घर द्वार जाकर जैविक खेती के बारे में जागरुक किया कि कैसे इसका उत्पान होता है और इसके सेहत के लिए क्या फायदे हैं।
इस युवा से प्रेरणा लेकर सैंकडो किसानों ने रासायनिक खेती छोड कर परंपरागत जैविक खेती को अपनाया और कई गुणा मुनाफा भी पाया। यही नहीं विनीत उनके लिए और ज्यादा प्रेरणा स्त्रोत बने जब उन्होने किसानों के जैविक उत्पादों दालें, मसाले, घी, तेल, शहद, चावल, आटा व चाय काफी को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
हिमाचल के कांगडा जिले से आर्गेनिक चाय लेकर उन्होने महाराष्ट्र, दिल्ली एनसीआर व दुबई तक पहुंचाया जहां हिमाचल का नाम रोशन हुआ। हरियाणा में उन्होने कई किसान परिवारों की इस खेती के प्रति रुझान पैदान करके उनकी तकदीर ही बदल दी। गत वर्ष विनीत गुप्ता जैविक खेती पर शोध करने के लिए यूरोप भी गए थे और वहां से बारीकियां सीख कर उनको यहां लागू किया जिससे कि किसानों को कम लागत में ज्यादा फसल प्राप्त हुई।
इससे पहले उनको हरियाणा के कृषि मंत्री ने इस कार्य के लिए स मानित किया था। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, कृषि मंत्री छतीसगढ़ बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री बिहार प्रेम कुमार, अध्यक्ष हरियाणा विस कंवर पाल सिंह, सहकारिता मंत्री हरियाणा मनीष ग्रोवर, जनस्वास्थ्य मंत्री डा बनवारी लाल, हरियाणा के कृषि मंत्री ओ.पी धनखड, शिक्षा मंत्री, हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।