कुल्लू (एमबीएम न्यूज़) : रविवार को संत निरंकारी सतसंग भवन गांधीनगर में सत्संग का आयोजन किया गया। सतसंग की अध्यक्षता वीआर रवि ने की और स्टेज सेवा महात्मा रविंद्रर ने की। महात्मा ने अपने विचारों में सतगुरू माता सविंद्र हरदेव के आदेशों को मानकर कर्म रूप देकर जीवन में तदानुसार चलाने के लिए बल दिया गया।
उन्होंने कहा कि आज सतगुरू माता सविंद्र हरदेव महाराज सभी संतों को प्यार, नम्रता, विशालता, मानवता और सहानुभूति, का पाठ पढ़ा रहे है। उन्होंने कहा कि इंसान के उत्तम गुण है हम एक दूसरे के दु:ख-दर्द में काम आए, उनकी समस्याएं सुनें, समझें और मददगार बनें। उन्होंने कहा कि हम लोगों की समस्याओं और तकलीफों को दूर करने वाले बने, दूसरों के मार्ग में समस्याएं पैदा करना उनके लिए मुश्किलें पैदा करना ये सब दुनिया में देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि महापुरूष हमेशा यही प्रयास करते हैं कि मन, वचन, कर्म से सबकी समस्याओं का हल कर पाएं। उन्होंने कहा कि निरंकार ने हमें समझ समझदारी के लिए दी है। हम इस समझ का इस्तेमाल अपने लिए तो करते नहीं, उल्टे दूसरों को समझाने लग पड़ते हैं। चाहे हमारे अंदर हजार कमियां हों और हम स्वयं वही गलती कर भी रहे हों फिर भी हम दूसरों के ऊपर उंगली उठाने लगते हैं, उन्हें समझाने लग पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपनी अच्छाई और दूसरे की बुराईयों का जिक्र करते रहते हैं जबकि महापुरूष अपनी अच्छाई वाली पोटली पीछे और दूसरों की अच्छाई वाली पोटली आगे रखते हैं। उन्होंने कहा कि महापुरूष अपनी अच्छाईयों का अहंकार नहीं करते और दूसरों की अच्छाईयों से अच्छी बातें सीखते चले जाते हैं। इस अवसर पर जोन नंबर-6 के जोनल इंचार्ज तेज सिंह चौधरी ने कहा कि 18 मार्च को संयोजक स्तर का महिला समागम कुल्लू के गांधी नगर सतसंग भवन में आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस महिला समागम में बैंची, कटराईं, ब्राण व मनाली ब्रांच की महिलाएं भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में 25 मार्च को जोन स्तर का महिला समागम मंडी के गोहर ब्रांच में मनाया जाएगा। जिसमें जिला कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, लाहौल-स्पीति की महिलाएं भाग लेंगी। इसकी अध्यक्षता बहन मंजूला मुरीद करेंगी।