हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के प्रशिक्षु इंजीनियर पारस ने एक ऐसा डिश वॉशर तैयार किया है, जिसमें आठबर्तन एक साथ धोए जा सकते हैं। साथ ही पानी की बचत भी होगी। पारस केमिकल डिपार्टमेंट के अंतिम वर्ष के छात्र हैं और मंडी की मोहनघाटी के रहने वाले हैं। पारस बर्तनों को धोने पर अधिक पानी व्यर्थ होने को रोकने के लिए एक यंत्र बनाने पर शोध कर रहे थे। पारस ने डिश वॉशर को स्टील से तैयार किया है। मॉडल के अंदर आठ बर्तनों को एक समय में साफ करने के लिए रखा जा सकता है। उन्होंने 2016 में इस मशीन को बनाने पर शोध शुरू किया और इसे फरवरी 2017 में बनाना शुरू किया। और अब इसे बनाने में सफलता हासिल की है।
बकौल पारस, घरों, रेस्तरां व होटलों आदि में जब बर्तनों को साफ किया जाता है तो अधिक पानी व्यर्थ होता है। अगर लोग घरों व होटलों में भी इस यंत्र को बर्तनों को साफ करने में प्रयोग लाएंगे तो सबसे बड़ा लाभ पानी बचाने में होगा। जल है तो जीवन है, इसी ध्येय के चलते इस डिश को बनाने में कामयाबी हासिल की है। पारस के इस वॉशर को बनाने में मिली सफलता से उनके रसायन विभाग के सीनियर व जूनियर विद्यार्थियों सहित इंजीनियरों में खुशी का माहौल है।
जल संरक्षण है मुख्य ध्येय : हेमंत कुमार
एनआइटी हमीरपुर के सहायक प्रोफेसर हेमंत कुमार विनायक का कहना है कि केमिकल विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र पारस ने डिश वॉशर बनाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। एनआइटी में छात्र विषय के तहत शोध करते हैं। उसके आधार पर मॉडल बनाने में सफलता हासिल करते हैं। पारस ने जल को बचाने व कम जल खर्च हो, इसको ध्यान में रखकर डिश वॉशर को बनाया है।
ऐसे काम करता है डिश वॉशर….
इस डिश वॉशर में दो पाइपें लगाई गई हैं। एक पाइप साफ पानी की और दूसरी पाइप साबुन वाले पानी को निकालने के लिए लगाई है। स्टील के बने इस वॉशर को चलाने के लिए पंप जोड़ा जाएगा, जिसे बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा और एक मिनट में एक साथ आठ बर्तन साफ होकर बाहर आएंगे।
साढ़े तीन फुट है डिश वॉशर की लंबाई…
पारस के द्वारा तैयार किए गए डिश वॉशर का डायामीटर दो फुट है। साथ ही इसकी लंबाई साढ़े तीन फुट है, जिसमें एक साथ आठ बर्तन आसानी से आ जाएंगे और खुद साफ भी हो जाएंगे।