सोलन (एमबीएम न्यूज़ ): भारत की जनवादी नौजवान सभा ने क्षेत्रीय अस्पताल में चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अस्पताल के बाहर धरना दिया और मुंह पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध व्यक्त किया। सभा ने जिला सीएमओ को ज्ञापन सौंप कर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने तथा एक महीने पूर्व उपचार के दौरान हुई गर्भवती महिला की मौत की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की।
शुक्रवार की तड़के ही भारत की जनवादी नौजवान सभा ने क्षेत्रीय अस्पताल में पटरी से उतर चुकी स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में धरना दिया। धरना सभा के संयोजक अजय भट्टी के नेतृत्व में दिया गया। करीब दो घंटे तक सभा के कार्यकर्ता अस्पताल के मुख्य गेट पर मुंह पर पट्टी बांधकर विरोध जताया। इस मौके पर सभा के संयोजक अजय भट्टी ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई है। यहां रोगियों को समय पर उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है।
अस्पताल की ज्यादातर मशीने खराब पड़ी है तथा रोगियों को निजी क्लीनिकों में जाकर महंगी दरों पर अपने टेस्ट करवाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल सिर्फ रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। जब भी कोई मरीज यहां अपना उपचार करवाने के लिए आता है तो उसे तुरंत यहां से आईजीएमसी शिमला या फिर पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में सोलन और सिरमौर के लोग ईलाज करवाने के लिए आते हैं।
परंतु यहां चल रही डॉक्टरों की कमी के चलते उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी का होना बहुत चिंतनीय विषय है। अस्पताल में दवाइयों उपलब्ध नहीं है अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आने वाले मरीजों के बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था भी नहीं है। अस्पताल में उपचाराधीन रोगियों तथा उनके तीमारदारों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। अस्पताल में शौचालयों की हालत दयनीय है। एक बिस्तर पर तीन से चार मरीजों को लेटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में पिछले महीने एक गर्भवती महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले की जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। यदि विभाग ने मामले की जांच करवाई है तो उसे सार्वजनिक किया जाए। साथ ही दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाही अमल में लाई जाए। भारत की जनवादी नौजवान सभा ने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन को ज्ञापन सौंपकर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने की मांग की है। साथ ही उपचार के दौरान हुई गर्भवती महिला की मौत के मामले में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाही करने का आग्रह किया है।
इस मौके पर देवीचंद रावत, अमन ठाकुर, प्रतिमा, कृष्णा, विकास, आशीष, रवि, गंगा, दिव्या, नरेंद्र, दुर्गा दत्त, कुश ठाकुर, प्रिया, सनम, शुभम, अमन, विजेंद्र, अमन परिहार, विकास, सिद्धाथ्र, समेत 150 युवा मौजूद रहे। उधर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आरके दरोच ने कहा कि अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखने के लिए 35 चिकित्सकों की आवश्यकता है,लेकिन अस्पताल में सिर्फ 19 डॉक्टर ही हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग सभी मरीजों को हर संभव स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहा है।