हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुणात्मक चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के साथ-साथ लोगों से पारम्परिक भारतीय जीवन पद्धति को अपनाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बढ़ते हुए चिकित्सा संस्थानों के बावजूद रोग और रोगियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। जिसपर चिंता करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल आज हमीरपुर जिले के भोरंज विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत दशमाल में पार्वती अस्पताल के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली तथा सर गंगा राम न्यास समिति के सहयोग से पार्वती एजुकेशन एण्ड हैल्थ सोसाइटी द्वारा संचालित इस अस्पताल में डालीसिस जैसे विभिन्न गंभीर रोगों के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति ही समाज व राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी है, क्योंकि शरीर व मन से स्वस्थ व्यक्ति ही समाज के कल्याण में सहयोग कर सकता है।
उन्होंने भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का उल्लेख करते हुए कहा कि शरीर में रक्त की संरचना 80 प्रतिशत क्षारीय और 20 प्रतिशत अमलीय है। इसके असंतुलन से ही रोग पैदा होते हैं। इसे संतुलित बनाए रखने के लिए उन्होंने स्वस्थ सोच के साथ-साथ दैनिक दिनचर्या में सुधार का आग्रह किया। ग्रामीण क्षेत्र में उच्च स्तर के अस्पताल के निर्माण के लिए डॉ. डीएस राणा को बधाई देते हुए कहा कि अपने पैतृक गांव में अपनी माता के नाम पर अस्पताल का निर्माण कर उन्होंने जननी और जन्म भूमि दोनों का सम्मान किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ग्रामीण लोगों के लिए उपचार में यह अस्पताल वरदान सिद्ध होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष प्रोण् प्रेम कुमार धूमल ने अपने गृह जिले में राज्यपाल का स्वागत किया तथा कहा कि यह प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि राज्य को संवेदनशीलए सामाजिक समस्याओं को समझने और उनका निदान करने के लिए तत्पर व्यक्तित्व वाले राज्यपाल मिले हैं। उन्होंने अस्पताल की सुविधा के लिए पार्वती एजुकेशन एण्ड हैल्थ सोसाइटी का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि यहां स्वास्थ्य उपचार की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होने से लोगो के प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
उन्होंने डॉ.राणा के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अन्यों के लिए प्रेरणास्रोत हैं तथा राज्य के लिए यह गौरव की बात है कि उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि अपने गांवए लोग व समाज से जुड़े रहना बड़ी बात है और डॉ.राणा इसके लिए बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी चिकित्सा संस्थानों में समुचित श्रम शक्ति तथा दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाए जाने की आवश्यकता है। इन संस्थानों को स्तरोन्नत करना समस्या का समाधान नहीं है बल्कि संसाधनों को सृजित किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में सुदृढ़ एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। गत चार वर्षों के दौरान अनेक चिकित्सा संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों में आरम्भ किए गए अथवा स्तरोन्नत किए गए। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में ही 32 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को नागरिक अस्पतालों में स्तरोन्नत किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मेें गुणात्मक स्वास्थ्य उपचार तथा स्वास्थ्य कार्यक्रम कार्यान्वित किए जा रहे हैंए जिनके अन्तर्गत पात्र व्यक्तियों को निरूशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सर गंगा राम अस्पताल की देश में विख्यात चिकित्सा केंद्र के रूप में पहचान है और सर गंगाराम अस्पताल प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष होते हुए डॉ डीण्एस राणा ने ग्रामीण क्षेत्र मेें अस्पताल की जो सुविधा प्रदान की हैए उससे लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से उन्हेें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
सर गंगा राम ट्रस्ट सोसाइटी के अध्यक्ष श्री अशोक चंद्रा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। पार्वती एजुकेशन एण्ड हैल्थ सोसाइटी तथा सर गंगा राम अस्पताल प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ.डीण्एस राणा ने राज्यपाल तथा अन्यों का स्वागत किया।
उन्होंने अस्पताल के उद्घाटन के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि सोसाइटी ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर व गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाओं और लोगों को उनके घर.द्वार के निकट उपचार सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में सोसाइटी के माध्यम से अनेक स्वास्थ्य गतिविधियां कार्यान्वित की जाएंगी ताकि ग्रामीण लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों के उपचार का लाभ मिल सके।
सोसाइटी के सचिव कर्नल बलवंत ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। विधायक डॉ.अनिल धीमान, पूर्व संसदीय सचिव अनिता वर्मा, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इसके राज्यपाल ने ज्ञान गंगा गउ सेवा संस्थान ब्लयूट का भी दौरा किया तथा गाय पालन व नस्ल सुधार के लिए संस्थान को 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
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