शिमला, 9 सितंबर : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला के सौजन्य से सोमवार को नीले आसमान के लिए स्वच्छ वायु का अंतर्राष्ट्रीय दिवस डीडीयू अस्पताल के प्रांगण में मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉ राकेश प्रताप ने की। इस मौके पर मौजूद लोगों तथा स्टाफ सदस्यों को स्वच्छ वायु के महत्व के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला शिमला ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छ हवा स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था ,उत्पादकता तथा पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी है जबकि वायु प्रदूषण मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरण जोखिम है। उन्होने बताया कि वैश्विक स्तर पर मृत्यु और बीमारी के मुख्य कारणों से एक है ,दूषित हवा बहुत से रोगों को आमंत्रित करती है। दूषित हवा से दमा,टीबी ,बच्चों में निमोनिया ,हृदय रोग और फेफड़ों संबधी रोग इत्यादि के फैलने की संभावना होती है।
उन्होंने बताया कि हमे स्वच्छ हवा के गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास करने चाहिए ,जैसे निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक वाहनों का उपयोग ,अधिक पेड़ लगाना, प्लास्टिक के उपयोग से बचना, सही तरीके से कूड़े का निपटान करना, केमिकल उपयोग कम करना ,घर के अंदर रसोई में चिमनी का प्रयोग करना। बताया कि रिसाईकिल तथा दुबारा इस्तेमाल होने वालीं चीजे जैसे कपड़े का बैग, कागज के लिफाफे ,लोहे का सामान जैसी चीज दोबारा इस्तेमाल की जा सकती है।
सीएमओ ने लोगों से स्वच्छता का ध्यान रखने की अपील की तथा आसपास के वातावरण को भी स्वच्छ बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में ब्लॉक स्तर पर एमपॉक्स तथा डेंगू की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने जनसाधारण से अपील करते हुए कहा है कि कुछ लक्षण जैसे बुखार ,सिरदर्द, शरीर में दर्द शरीर में दाने या चकत्ते होने पर नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। बीमारी से घबराए न बल्कि सतर्क व जागरूक बने। सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रत्येक सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क उपलब्ध हैं।
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