कुल्लू, 22 अप्रैल : सांफिआ फाउंडेशन कुल्लू द्वारा सोमवार को चामुंडा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड नर्सिंग कॉलेज मौहल में समावेशी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान की छात्राओं व अध्यापकों को विभिन्न सत्रों के माध्यम से दिव्यांगता पर आधारित जानकारी दी।
बीजू, कार्यक्रम प्रबंधक सांफिया फाउंडेशन ने पहले सत्र में सांफिआ फाउंडेशन के उद्देश्य एवं कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला। वहीं फाउंडेशन द्वारा दिव्यांगता के क्षेत्र में दी जाने वाली तीन तरह की सेवाओं के बारे में जानकारी दी, जिसमें पहले कार्यक्रम के तहत कुल्लू के अखाड़ा बाजार में आश बाल विकास केंद्र नामक केंद्र पर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए थेरेपी सेवाएं प्रदान की जाती है।
वही, दूसरे कार्यक्रम के तहत “थेरेपी ऑन व्हील्स” नामक एक बस के माध्यम से दिव्यांगजनों को उनके घर द्वार जाकर थेरेपी सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है। तीसरे कार्य्रकम के अन्तर्गत समावेशी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहा हम जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को दिव्यांगता के विषय में जागरूक करते हैं।
वहीं, सांफिआ फाउंडेशन के निदेशक डॉ. रेखा ठाकुर ने विभिन्न तरह की थेरेपी सेवाओं जैसे फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी, और स्पेशल एजुकेशन के विषय में सभी को जानकारी दी। उन्होंने दिव्यांगता के प्रकारों के बारे में भी जानकारी प्रदान की और बताया कि छोटी उम्र में दिव्यांगता को थेरेपी के माध्यम से कैसे कम किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कॉलेज में ये कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति के लिए कॉलेज के चेयरमैन डॉ. बीके बाली का धन्यवाद किया।
एस. प्रमात्मा, प्रधानाचार्य चामुंडा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड नर्सिंग कॉलेज मौहल, ने आश बाल विकास केंद्र द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की सराहना की। कहा कि कॉलेज प्रशासन आने वाले समय में दिव्यांगता के क्षेत्र में हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार रहेगा।
इस दौरान कॉलेज प्रशासन से उप प्रधानाचार्या पवना ,सह-प्राध्यापक रित्तिका, क्लिनिकल इंस्ट्रक्टर सानू तथा आश बाल विकास केंद्र से मोनू तथा सन्नी विशेष रूप से मौजूद रहे।
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