साम्फ़िया फाउंडेशन ने किया एक दिवसीय समावेशी कार्यशाला का आयोजन
कुल्लू, 8 दिसंबर : दिव्यांग जनों के विकास में आशा संस्था बेहतर कार्य कर रही है। ये वक्तव्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खल्यानी प्रधानाचार्य रीता सेठ ने आश बाल विकास केंद्र द्वारा आयोजित समावेशी कार्यशाला के दौरान कहे। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिव्यांग जनों के विकास एवं सुगम्य वातावरण के लिए साम्फ़िया फाउंडेशन कार्य रहा है, वो बेहद सराहनीय है। दिव्यांगता के क्षेत्र में हर संभव कार्य करने के लिए हम भी प्रयासरत रहेंगे।
बता दें कि आश बाल विकास केंद्र, साम्फ़िया फाउंडेशन का एक उपक्रम है के सौजन्य से लगघाटी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खल्यानी में एक दिवसीय समावेशी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम प्रबंधक बीजू हिमदल ने जानकारी देते हुए बताया की साम्फिया फाउंडेशन 1 अप्रैल 2019 से लेकर आज तक दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए कार्य कर रही है। बहुत से बच्चों को एक सरल जीवन प्रदान करने में सफल हुई है। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन दिव्यांगता के क्षेत्र में तीन तरह के विशेष कार्यक्रम चला रही है, जिसमें अर्ली इंटरवेंशन प्रोग्राम, थेरेपी ऑन व्हील्स एवं समावेशी कार्यक्रम मुख्य रूप से सम्मिलित है।
साम्फ़िया फाउंडेशन की निदेशक डॉ. रेखा ठाकुर ने दिव्यांगता व थेरेपी सेवाओं फिजियोथेरेपी,ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी एवं स्पेशल एजुकेशन के विषय में जानकारी दी। साथ ही दिव्यांगता के प्रकारों के बारे में तथा दिव्यांग बच्चों की पहचान कैसे की जा सकती है, के बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के आखिरी सत्र में केंद्र की समाजसेविका धनेश्वरी ठाकुर ने दिव्यांगता आधारित कुछ गतिविधियों का आयोजन किया, जिसका मकसद बच्चों को दिव्यांगता की असल स्थिति से अवगत कराना रहा। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ की तरफ़ से उप प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह एवं अध्यापक चंद्रा बती,राजेंद्र, रघुवीर, रवि कांत, हेम लता तथा केंद्र की तरफ से धनेश्वरी ठाकुर एवं मनु विशेष रूप से मौजूद रहे।
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