बिलासपुर, 2 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश के नूरपुर में मादक द्रव्यों के सेवन से पीड़ित रोगियों और अन्य लोगों के लिए एम्स, बिलासपुर के सामुदायिक आउटरीच सेल द्वारा एक स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया।
यह क्षेत्र हिमाचल पंजाब सीमा और उन क्षेत्रों पर स्थित है जो दुर्गम भौगोलिक क्षेत्र हैं। इसलिए, सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों के साथ एक स्क्रीनिंग शिविर आयोजित किया गया, जिसमें समन्वयक के रूप में डॉ. मीनल एम. ठाकरे और अन्य में नैदानिक मनोवैज्ञानिक, चिकित्सा सामाजिक सेवा अधिकारी अनिल कुमार और दंत चिकित्सक डॉ. शिल्पा चौधरी शामिल थे। मादक द्रव्यों के सेवन से जुड़े लगभग 30 ज्ञात मामलों और 40 अन्य लोगों ने इस शिविर में भाग लिया और लाभ उठाया।
परामर्श सत्र के अलावा मानसिक स्वास्थ्य जांच, दंत स्वास्थ्य जांच और सामान्य स्वास्थ्य जांच प्रदान की गई। रेफरल की आवश्यकता वाले मरीजों को आगे की देखभाल और परामर्श के लिए एम्स, बिलासपुर रैफर किया गया। ऐसी आबादी और बेल्ट तक पहुंचने से मादक द्रव्यों के सेवन जैसी बीमारियों के संभावित बोझ का संकेत मिलता है। भविष्य में इस खतरे से निपटने के लिए अधिक से अधिक ऐसे प्रभावित लोगों कोविशेषज्ञ और परामर्श सेवाओं से जोड़ा जाना चाहिए।