आदेश के बाद श्मशान घाट के पास बने अमृत सरोवर पर फहरा दिया तिरंगा
हमीरपुर, 27 जनवरी : पंचायतीराज विभाग की बड़ी लापरवाही मानी जाए या फिर हमीरपुर जिला के बमसन पंचायत टपरे की बड़ी चूक। बमसन की टपरे पंचायत ने श्मशान घाट के पास बने अमृत सरोवर में ही गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहरा दिया गया। दिलचस्प बात यह है कि पंचायत ने इस दिन अपने कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया। जिसके बाद ग्राम पंचायत टपरे में विवाद उठना शुरू हो गया। श्मशान घाट के समीप बने अमृत सरोवर पर तिरंगा फहराने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं, कुछ कांग्रेसी भी दबी जुबान से कह रहे हैं कि नई सरकार को बने तो अभी डेढ़ माह भी पूरा नहीं हुआ। ऐसे में क्या पूर्व भाजपा सरकार के वक्त हुए विकास कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए अमृत सरोवर पर तिरंगा फहराने के फरमान किसने जारी कर दिए। श्मशान घाट के समीप बच्चों को ले जाने को लेकर भी ग्रामीणों ने आपत्ति जाहिर की है। इस बारे में ग्राम पंचायत टपरे की पूर्व प्रधान और जिला महिला कांग्रेस की प्रवक्ता रजनीश कुमारी चौहान ने एतराज जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा को देखते हुए इसे पंचायत कार्यालय पर ही लहराया जाना उचित था। श्मशान घाट के पास बने अमृर सरोवर पर तिरंगा लहराना समझ से परे है।
क्या कहते हैं पंचायत प्रधान
वहीं, ग्राम पंचायत टपरे के प्रधान दीवान चंद ने बताया कि विभागीय आदेशों के बाद इस बार पंचायत कार्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया गया। उन्हें पंचायतीराज विभाग के आदेश थे, कि नए बने अमृतसरोवर जोकि झोखर गांव में स्थित है, वहां तिरंगा फहराया जाए।
क्या कहते हैं बीडीओ
बमसन विकास खंड के बीडीओ सिकंदर कुमार ने बताया कि अमृत सरोवर श्मशान घाट के समीप बना है। टपरे पंचायत प्रधान व वार्ड सदस्यों ने वहीं तिरंगा फहराया है। ऐसा विभागीय आदेशों के बाद ही हुआ है।