सोलन, 18 नवंबर : स्वास्थ्य खण्ड सायरी द्वारा विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई सायरी में जागरूक शिविर आयोजित किया गया। जागरूकता शिविर की अध्यक्षता खण्ड चिकित्सा अधिकारी सायरी डाॅ. अल्पना कौशल ने की। उन्होंने बताया कि मधुमेह एक क्रोनिक रोग है, जिसमें व्यक्ति की रक्त शर्करा उच्च यानी हाइपरग्लेसेमिया हो जाती है, या शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता हैं या शरीर इंसुलिन के प्रति ठीक से प्रतिक्रिया नहीं करता है।
इंसुलिन अग्न्याशय द्वारा उत्पादित हार्मोन है। यह ऊर्जा बनाने के लिए शरीर की कोशिकाओं द्वारा उपयोग किए जाने के लिए ग्लूकोज (कार्बोहाइड्रेट खाद्य पदार्थ को ग्लूकोज में विभाजित तथा मदद करता है। लंबी अवधि में हाइपरग्लेसेमिया शरीर की क्षति और विभिन्न अंगों एवं ऊतकों की विफलता के साथ जुड़ा है।
उन्होंने बताया कि डायबिटीज से बचाव के लिए रोजाना व्यायाम करें और पौष्टिक आहार खाएं। रोजाना कम से कम 30-40 मिनट घर पर ही कसरत करें। ज्यादा से ज्यादा पैदल चलें, जॉगिंग करें, एक ही जगह पर न बैठें। उन्होंने बताया कि रोजाना कम से कम 10 गिलास पानी का सेवन करें।इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
प्रतियोगिता में मनप्रीत प्रथम, निशांत द्वितीय तथा सौरभ तृतीय स्थान पर रहे, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुरस्कार वितरित किए गए। कार्यक्रम में स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पदमा डोगरा, स्वास्थ्य शिक्षक अश्वनी शर्मा, संस्थान का स्टाफ सहित लगभग 60 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।