घुमारवीं, 27 अक्तूबर : लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए निर्वाचन प्रक्रिया में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह विचार आज सामान्य पर्यवेक्षक डॉ. अजय गुप्ता ने बहुदेशीय सभागार बिलासपुर में पीठासीन अधिकारियों, सहायक पीठासीन अधिकारियों व मतदान अधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि आदर्श चुनाव आचार संहिता की अनुपालना को सुनिश्चित बनाते हुए निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव की पूर्ति के लिए यह प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान सभी अधिकारी दुर्भाव को त्याग कर सकारात्मक भाव के साथ अपने कार्यों को अंजाम दें। जिला निर्वाचन अधिकारी पंकज रॉय ने सभी अधिकारियों से प्रशिक्षण को गंभीरता व गहनता के साथ प्राप्त करने के निर्देश दिए ताकि निर्वाचन कार्यों को सुगमता के साथ पूर्ण किया जा सके।
उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के अनुरूप इन अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया के दौरान किए जाने वाले कार्यों के प्रति विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने कोविड-19 की बूस्टर डोज नहीं लगवाई है वह भी प्रस्थान से पूर्व बूस्टर डोज लगावाना सुनिश्चित करें। अधिकारी मतदान प्रक्रिया के लिए की गई व्वस्थाओं को भली-भांति जांचने का कार्य अवश्य करें।
उन्होंने बताया कि सदर विधानसभा के लिए कुल 697 पीठासीन अधिकारियों, सहायक पीठासीन अधिकारियों तथा मतदान अधिकारियों को यह प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 170 पीठासीन अधिकारी 189 सहायक पीठासीन अधिकारी व 338 मतदान अधिकारियों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान 14 मास्टर प्रशिक्षकों द्वारा सभी को ईवीएम, वीवीपैट की भी जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत अधिकारियों को सघन प्रशिक्षण प्रदान कर परीक्षण प्रणाली के आधार पर भी संवाद कायम किया जाएगा ताकि प्रशिक्षण के माध्यम से अधिकारियों के कार्य करने की क्षमता के प्रति दक्षता उत्पन्न हो सके। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा स्थापित वैक्सीनेशन स्टाल में 28 लोगों ने कोविड-19 की बूस्टर डोज लगवाई।
रिटर्निंग अधिकारी सदर रामेश्वर दास ने सभी प्रशिक्षुओं को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुरूप मतदान से पूर्व व मतदान के दौरान एवं मतदान के बाद उनके द्वारा किए जाने वाले क्रियाकलापों व जिम्मेदारियों के प्रति प्रशिक्षण प्रदान कर बहुमूल्य जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान तहसील सदर संजीव गुप्ता, नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले बिजेन्द्र पठानिया, बाल विकास परियोजना अधिकारी नरेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे।