मतदाताओं की कुल संख्या 13 लाख 28 हजार 516
धर्मशाला, 15 अक्तूबर :विधानसभा चुनाव-2022 में कांगड़ा जिला के 15 विधानसभा क्षेत्रों में 1625 पोलिंग बूथ स्थापित किए जाएंगे जिसमें 291 अतिसंवेदनशील तथा 158 क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन हैं। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में पत्रकार वार्ता ने देते हुए कहा कि जिला में कुल मतदाताओं की संख्या 1328516 है, जिसमें पुरूष मतदाता छह लाख 78 हजार 28, महिला मतदाता छह लाख 50 हजार 488 मतदाता हैं।
18-19 वर्ष आयु वर्ग के नए मतदाताओं की संख्या 34926 है जबकि दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 10692 है। 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं की संख्या 35,575 है। उन्होंने बताया कि धर्मशाला के सिद्वबाड़ी पोलिंग स्टेशन में सबसे अधिक 1475 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन-2022 प्रक्रिया निष्पक्ष तथा शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने के लिए नोडल अधिकारी भी तैनात किए गए हैं, जिसमें काूनन व्यवस्था के लिए एसपी कांगड़ा तथा एसपी नुरपुर, स्वीप के लिए एडीसी, ईवीएम प्रबंधन के लिए एडीएम, आदर्श आचार संहिता एमसीसी के लिए एडीएम, परिवहन के लिए डीएम एचआरटीसी, दिव्यांगजनों के लिए जिला कल्याण अधिकारी को नोडल आफिसर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में विभिन्न स्तरों पर जांच के लिए 90 के करीब उड़नदस्ते तथा स्टैटिक सर्विलेंस टीम्स गठित की गई।
उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्ट्रांग रूम तथा मतगणना केंद्रों की उचित व्यवस्था की गई है। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में राजनीतिक दलों तथा प्रत्याशियों की व्यय निगरानी के लिए ई-कैच कांगड़ा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रैकिंग चुनाव ऐप तैयार किया गया है। व्यय निगरानी को सरल बनाने तथा प्रत्याशियों के व्यय की प्रत्येक दिन की आनलाइन रिपोर्टिंग समय पर सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि व्यय निगरानी टीमों को ई-कैच ऐप के प्रयोग के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि निर्वाचन के दौरान व्यय की बेहतर निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र तथा निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने मोबाइल ऐप सी विजिल लांच किया है। इस ऐप के जरिए आम जन आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकेगा। उन्होंने कहा कि सी विजिल ऐप से प्राप्त शिकायतों का सौ मिनट में निवारण भी सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर एडीसी गंधर्वा राठौढ़, एडीएम रोहित राठौर उपस्थित थे।