कांगड़ा, 13 सितंबर : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को कांगड़ा जिला के पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 42 करोड़ रुपए लागत की 17 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। इस अवसर पर पालमपुर के शहीद कैप्टन विक्रम बतरा ग्राउंड में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष प्रत्येक भारतीय और विशेष रूप से प्रत्येक हिमाचली के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि जहां राष्ट्र अपनी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश अपने अस्तित्व के 75 वर्ष मना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देश का सबसे प्रगतिशील राज्य बनाने में प्रत्येक व्यक्ति ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के विकास में प्रत्येक योगदानकर्ता के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में 75 कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेशवासियों के योगदान के बारे में युवा पीढ़ी को शिक्षित व जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों में विकास के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि डॉ. वाईएस परमार, रामलाल ठाकुर, शांता कुमार, वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल सहित सभी मुख्यमंत्रियों ने राज्य के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अभूतपूर्व विकास का सबसे बड़ा श्रेय प्रदेश की मेहनतकश और ईमानदार जनता को जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के समय साक्षरता दर 4.8 प्रतिशत थी, जबकि वर्तमान में साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वर्ष 1948 में राज्य में केवल 228 किलोमीटर सड़कें थीं। वर्तमान में राज्य में लगभग 40,000 किलोमीटर सड़कों का जाल बिछ चुका है। उन्होंने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 60,000 करोड़ रुपये की राशि से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) शुरू की गई थी। इस योजना के तहत राज्य में लगभग 51 प्रतिशत सड़कों का निर्माण किया गया है, जिससे राज्य के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार के आग्रह पर अब केंद्र सरकार द्वारा नाबार्ड सड़कों और पुलों के अतिरिक्त रोप-वे के लिए भी फंड प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश के लिए पर्वतमाला योजना के अन्तर्गत 1200 करोड़ रुपये की रोप-वे परियोजनाओं को केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है। इसमें पालमपुर से धौलाधार के चुन्जा ग्लेशियर का लगभग 600 करोड़ रुपये का 13.5 किलोमीटर लंबा रोप-वे शामिल है।
उन्होंने कहा कि इससे राज्य में पर्यटन विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा। पालमपुर में हुए विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने इस विधानसभा क्षेत्र के लिए लोक निर्माण विभाग के माध्यम से अब तक 160 करोड़ रुपये व्यय किए हैं, जबकि पिछली सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान 85 करोड़ रुपये व्यय किए थे। उन्होंने कहा कि इस दौरान विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न जलापूर्ति परियोजनाओं पर 100 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है, चाहे इसका प्रतिनिधित्व एक विपक्षी विधायक द्वारा किया जा रहा हो।
मुख्यमंत्री ने शहीद कैप्टन विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर में कम्प्यूटर एप्लीकेशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, एमएससी जूलॉजी, एमए अंग्रेजी और हिन्दी की कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पालमपुर में प्लम्बर, पम्प ऑपरेटर, हिन्दी और अंग्रेजी स्टेनोग्राफी के ट्रेड शुरू करने और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कंडबाड़ी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। जय राम ठाकुर ने पालमपुर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश की स्थाई बेंच की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घाड़ के भवन और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंडवाड़ी के विज्ञान खण्ड का शेष कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को जन्म दिवस की भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने 12 सितम्बर को ही अपना 88वां जन्मदिन मनाया।
मुख्यमंत्री ने 4.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लाहला-हंगलो-चचियां सड़क, 1.12 करोड़ रुपये से बगोड़ा-भगोटला सड़क के उन्नयन, 61 लाख रुपये लागत की कलूंद-भलेहड़ सड़क, 81 लाख रुपये लागत की डाढ़ उपरिया-डाढ़ झिकली सड़क, 3.91 करोड़ रुपये की न्यूगल पुल-लटवाला सड़क, 1.51 करोड़ रुपये की घार-दत्तल सड़क, 1.68 करोड़ रुपये लागत की घुग्गर-नछीर सड़क, 1.15 करोड़ रुपये की खिलड़ू-भड़ूंन सड़क, 1.64 करोड़ रुपये की पट्टी-रठान सड़क, 4.22 करोड़ रुपये लागत की पालमपुर-लोहना लंघा सड़क, 1.94 करोड़ रुपये की बंदला-सुरडी सड़क, 2.94 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित चांदपुर-स्पेड़ू-कंडबाड़ी सड़क और पालमपुर में लगभग 7.79 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सोमकुंज सर्किट हाउस का उदघाटन किया। उन्होंने पालमपुर में नए खंड विकास अधिकारी कार्यालय तथा मतेहड़ (बनूरी) में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री ने पीएमजीएसवाई के तहत 3.46 करोड़ रुपये की लागत से होल्टा-टांडा होल्टा सड़क के उन्नयन कार्य और बिंद्रावन में 4.11 करोड़ रुपये से बनने वाले शहीद कैप्टन विक्रम बतरा नगर प्रकृति उद्यान की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि आम लोगों के कल्याण और राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए कई नई योजनाएं शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने राज्य के लोगों से भाजपा सरकार को अपना पूरा समर्थन देने का आग्रह किया ताकि देश के साथ-साथ हिमाचल में भी विकास की तेज गति जारी रहे।
हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास को प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक इन विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई कांग्रेस नेता हताशा में कर्मचारियों को धमका रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विधायक रविंद्र धीमान, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज, कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा, पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा, उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशाल शर्मा एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।