सोलन, 7 जून : दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए समस्त अधिकारी आपसी बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को न्यून किया जा सके। उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन कृतिका कुल्हारी सोमवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान किए जाने वाले आवश्यक आपदा प्रबंधों की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं।
उपायुक्त ने जिला के समस्त उपमंडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में संभावित भूस्खलन क्षेत्रों, असुरक्षित सड़कों की सूची उपमंडल स्तर पर समय रहते तैयार करें तथा आवश्यक मशीनरी का संभावित आपदा क्षेत्रों में प्रबंध करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने उपमंडल स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीमों को गठित करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग, नगर निगम सोलन तथा सभी नगर परिषदों एवं नगर पंचायत अर्की के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे नालियों में जहां वर्षा का पानी एकत्रित होने की संभावना रहती है, वहां पर पानी की निकासी के लिए आवश्यक उचित कदम उठाए जाएं। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि जल शक्ति विभाग सभी जल भंडारण केंद्रों, पारंपारिक पेयजल स्त्रोतों के लिए ब्लीचिंग पाउडर की आपूर्ति सुनिश्चित करें।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन ज़फ़र इकबाल ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया तथा अधिकारियों को मानसून के मौसम में सूक्ष्म प्रबंधन के विषय में निर्देश जारी किए। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन अशोक वर्मा, उपमंडल अधिकारी कसौली धनवीर सिंह ठाकुर, उपमंडल अधिकारी सोलन विवेक शर्मा, उपमंडल अधिकारी कंडाघाट डॉ. विकास सूद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजन उप्पल, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग बी.बी. गोयल, जिला राजस्व अधिकारी ए.आर. नेगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।