धर्मशाला 31 मार्च : अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार की अध्यक्षता में आज अतिरिक्त उपायुक्त सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला सलाहकार समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में 31 दिसम्बर, 2021 तक की तिमाही के आय-व्यय प्रगति व निर्धारित लक्ष्य पर विस्तार से चर्चा की गई।
राहुल कुमार ने सभी बैंकों की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए ज़िला के सभी विभागों से मिल-जुलकर कार्य करने के लिए कहा, जिससे जिले में विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके। उन्होंने बैकों को सीडी रेशो जोकि 24.12 प्रतिशत है को बढ़ाने के निर्देश दिये। ऋण जमा अनुपात के अन्तर्गत विभिन्न बैंकों द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा के दौरान एडीसी ने ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने के निर्देश दिये।
इस दौरान किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत आने वाले किसानों को केसीसी/पीएमएसबीवाय/पीएमजेजेबीवाय/एपीवाय से जोड़ने हेतू चलाए गए अभियान की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि सभी बैंकर्ज इस अभियान को सफल बनाने हेतू अधिक से अधिक किसानों को इन योजनाओं से जोड़े ताकि किसान अधिक से अधिक लाभ उठा सकें तथा अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
एडीसी ने बैंकों के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी को दूरदराज के क्षेत्रों तक प्रचार-प्रसार के निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना, ग्रामीण आजीविका मिशन, शहरी आजीविका मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के अन्तर्गत प्रायोजित ऋण प्रस्तावों का तय सीमा के भीतर निपटारा सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ यश वर्मा ने कृषि क्षेत्र तथा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में अधिक से अधिक ऋण देने तथा किसानों की आय में वृद्धि किए जाने पर ज़ोर दिया।
पंजाब नैशनल बैंक धर्मशाला के मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक कुलदीप कुमार कौशल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बैंकर्स की त्रैमासिक रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला के बैंकों ने वार्षिक ऋण योजना 2021-2022 की दिसम्बर, तिमाही 2021 के अन्तर्गत 3965.10 करोड़ के एवज़ में 2374.54 करोड़ वितरित किए। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में विभिन्न बैंकों के पास लोगों के 32484 करोड़ जमा है तथा जिला के सभी बैंक अब तक लोगों को 7836.60 करोड़ के ऋण दिसम्बर, 2021 तक दे चुके हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री स्वावलंबन तथा छोटे सड़क विक्रेताओं तथा रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए चलाई गई प्रधानमंत्री स्वानिधि स्कीम के अन्तर्गत अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध करवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। उन्होंने सभी अधिकारियों की तरफ से आश्वासन दिया कि सीडी रेशो, कृषि ऋण तथा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र की स्थिति को सुधारने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
डीडीएम नाबार्ड अरुण खन्ना ने एफपीओ स्कीम में ‘एक जिला एक उत्पाद’ तथा कृषि अवसंरचना कोश, किसान उत्पादन संगठनों के गठन एवं संवर्द्धन, प्राथमिक कृषि ऋण समितियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
इसके उपरांत पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की सलाहकार समिति की बैठक भी हुई, जिसमें संस्थान के निदेशक महिन्द्र शर्मा ने तृतीय तिमाही की प्रगति एवं अन्य मदों पर ब्यौरा पेश किया।
बैठक में प्रबंधक, एलडीएम कार्यालय राजेश गुप्ता, डीडीएम नाबार्ड अरुण खन्ना, डीसीओ एसबीआई डीसी चौहान, पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक महिन्द्र शर्मा, प्रबंधक डीआईसी नेहा चौहान सहित प्रमुख बैंकों के समन्वयक तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।