मंडी, 16 फरवरी : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु रविदास जयंती मंडी में धूमधाम से मनाई जा रही है इसी के चलते मंगलवार को गुरु रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर शहर में एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और गुरु रविदास जी के भजनों के माध्यम से गुरु महिमा का गुणगान किया। इसके साथ ही सभी ने गुरु रविदास जी के बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया।
शोभा यात्रा मंडी शहर स्थित रविदास मंदिर से शुरू होकर शहर का चक्कर काटती हुई मंदिर में आकर ही संपन्न हुई। इस दौरान गुरु रविदास प्रंबधक कमेटी मंडी के अध्यक्ष विश्वनाथ ने बताया कि गुरु रविदास ने सभी के लिए समानता और सम्मान की वकालत की, चाहे उनकी जाति कुछ भी हो उन्होंने लैंगिक समानता को बढ़ावा दिया और लिंग या जाति के आधार पर समाज के विभाजन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास भक्ति आंदोलन कवि – मीरा बाई के आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी रहे। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास जी ने सर्व धर्म व सर्व मानवता के लिए हमेशा से प्रयत्न किया है जिसका आने वाले समय में भी अनुकरण जारी है। उन्होंने कमेटी की ओर से सभी को 16 फरवरी गुरु रविदास जयंती की लख-लख बधाई भी दी है।
बता दें कि गुरु रविदास जयंती 15वीं से 16वीं शताब्दी के दौरान एक भक्ति आंदोलन संत, गुरु रविदास के जन्म का जश्न मनाने के लिए चिह्नित है। कहा जाता है कि गुरु रविदास ने कई भजन लिखे थे और उनमें से कुछ को सिख धर्म की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब द्वारा अपनाया गया था। संत-कवि ने समाज को सुधारने और जाति व्यवस्था के पूर्वाग्रहों को दूर करने की दिशा में धार्मिक रूप से काम किया।