चंबा, 26 जनवरी : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि ग्रामीण विकास से जुड़े सभी विभाग समूह आधारित गतिविधियों पर फोकस रखते हुए कन्वर्जेंस के माध्यम से विभिन्न योजनाओं का कार्यान्वयन सुनिश्चित करें ।
वे आज बचत भवन में आयोजित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि विकास योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विचार- विमर्श करना सुनिश्चित बनाया जाए ताकि कार्यान्वित की जाने वाली योजनाओं से अधिकाधिक लोगों को जोड़ा जा सके।
बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज, विधायक भरमौर जिया लाल कपूर , स्थानीय विधायक पवन नैय्यर , अध्यक्ष कृषि उपज मंडी समिति डीएस ठाकुर और जिला भाजपा अध्यक्ष जसवीर नागपाल भी विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक के दौरान ग्रामीण विकास विभाग के तहत विभिन्न विकासात्मक कार्यों की समीक्षा करते हुए वीरेंद्र कंवर ने ज़िला के सभी विकास खंडों में एक साल पांच काम के तहत विभिन्न योजनाओं में प्राथमिकता रखने के निर्देश जारी किए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि विभिन्न पंचायतों में लंबित कार्यों को माह मार्च तक पूरा करना सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने पंचायती राज, कृषि , पशुपालन विभाग की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनजर समूह आधारित गतिविधियों को कन्वर्जेंस के माध्यम से कार्यान्वित करने व योजनाओं को अपेक्षा के अनुरूप व्यवहारिक रूप देने के लिए संयुक्त तौर पर कार्यवाही करने को भी कहा।
कृषि विभाग द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा के दौरान वीरेंद्र कंवर ने फसल विविधीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए ज़िला में किसानों के आर्थिक उत्थान के लिए नयापन दिखाने की बात भी कही। उन्होंने किसानों को सूक्ष्म सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए। ज़िला में जल स्त्रोतों से संबंधित किए जा रहे कार्यों की तारीफ करते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा की बावड़ियों इत्यादि के संरक्षण से संबंधित किए जाने वाले कार्यों के साथ सूक्ष्म सिंचाई सुविधा को भी जोड़ा जाना चाहिए ताकि सूखे की स्थिति के दौरान किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सके।
इससे पहले उपायुक्त डीसी राणा ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर का स्वागत करते हुए विभिन्न विभागों द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं के तहत अर्जित उपलब्धियों का ब्यौरा रखा। उन्होंने यह भी बताया कि ज़िला में कलाकारों और शिल्प कारों के उत्कृष्ट उत्पादों को ऑनलाइन बेहतर बाजार उपलब्ध करवाने के लिए मोबाइल ऐप तैयार किया गया है।
इसके अलावा चंबा थाल और सलूणी क्षेत्र की मक्की और भटियात क्षेत्र के लाल चावल को जीआई टैग उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बैठक में पशुपालन और मत्स्य विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस अरुल कुमार, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण चंद्रवीर सिंह, उप निदेशक कृषि विभाग कुलदीप धीमान, उपनिदेशक पशुपालन डॉ राजेश सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।