शिमला , 09 अगस्त : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला मंडी के जोगिंद्रनगर में स्वर्ण जयंती पंच परमेश्वर ग्राम स्वराज सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के पंचायती राज संस्थानों को सुदृढ़ करने के लिए संकल्पबद्ध हैं, क्योंकि ये लोकतंत्र की आधारभूत इकाई हैं, और प्रदेश के समग्र विकास में इनका योगदान महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार पंचायती राज संस्थानों को सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के पांच लाख से अधिक वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन प्रदान कर रही है। 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की सभी पात्र महिलाओं को बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 3.17 लाख निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, और हिमाचल प्रदेश देश का पहला धुंआ मुक्त राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता खोने वाले बच्चों को प्रतिमाह 3500 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कठोर प्रयास कर रही है। इस संक्रमण के नियंत्रण के लिए व्यावहारिक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी से पूर्व प्रदेश में केवल एक ऑक्सीजन संयंत्र था, परन्तु आज प्रदेश में 12 ऑक्सीजन संयंत्र कार्यशील हैं और प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 28 और ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने जोगिन्द्रनगर विधानसभा क्षेत्र के चैंतड़ा में 110 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण किए हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शित करता है कि पिछले साढ़े तीन सालों में विकास की गति को बढ़ावा मिला है। जोगिन्द्रनगर विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के बावजूद प्रदेश सरकार राज्य का निर्बाध गति से विकास सुनिश्चित कर रही है, जिसके लिए उन्होंने शिमला से वर्चुअली राज्य के लगभग 42 विधानसभा क्षेत्रों में 4000 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जोगिन्द्रनगर क्षेत्र में 160 करोड़ रुपये लागत की तीन जलापूर्ति और सिंचाई परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा, जिनके पूरा होने से क्षेत्र की वर्षों से चली आ रही पानी की समस्या का समाधान सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री ने चैंतड़ा में कड़कनाथ ब्रीड की हैचरी, 15 लाख रुपये की लागत से फनाहिया गल्लू सड़क की मैटलिंग व टायरिंग, 15 लाख रुपये की लागत से खनागर सड़क, तीन नई पंचायतों के पंचायत भवन निर्माण के लिए प्रत्येक को 10 लाख रुपये, लडभड़ोल में अटल आदर्श विद्यालय खोलने, क्षेत्र के पशु अस्पताल भवन के लिए 50 लाख रुपये, पीपली ग्राम पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने, स्वास्थ्य उपकेंद्र गोलवा को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, पुलिस चौकी लड़भडोल को पुलिस थाना में स्तरोन्नत करने, मकरेड़ी में लोक निर्माण विभाग का उपमंडल खोलने, सीआरएफ के अन्तर्गत कोटीपतन पुल के लिए 23 करोड़ रुपये, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चैंतड़ा को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चैंतड़ा में बहुउद्देशीय स्टेडियम के निर्माण और कन्या विद्यालय जोगिन्द्रनगर में बैडमिंटन कोर्ट के निर्माण और प्रेस क्लब भवन जोगिन्द्रनगर के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की।
जयराम ठाकुर ने जोगिंद्रनगर में एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबन्धक कार्यालय का लोकार्पण किया और नए बस रूट जोगिंदर नगर से सीमास को झंडी दिखाई। उन्होंने नाबार्ड के अन्तर्गत 5.67 करोड़ रुपये लागत से निर्मित डोल रक्ताल चंगेड़ सड़क और पट्टा नाला पर पुल का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जोगिन्द्रनगर तहसील में 25.85 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना नेरी चिमणु, लांगणा, उठाऊ जलापूर्ति योजना कराग फागला, जलापूर्ति योजना कथोण, पंजालग, पेयजल आपूर्ति योजना खुड्डी रास, डुग, टोडल, गदयाड़ा, खडीहार जलापूर्ति योजना व जलापूर्ति योजना चतुर्भुज बसाही, तहसील जोगिंद्रनगर की ग्राम पंचायत ब्यूंह और नोहली की बस्तियों के लिए 9.99 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना, ग्राम पंचायत टिकरी, मुशैहरा, भरयारा, चैंतड़ा और पडेन सैंथल में 6.52 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना और चैंतड़ा खण्ड में 7.19 करोड़ रुपये की सात सिंचाई योजनाओं के कल्स्टर का शिलान्यास किया।
जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 14.52 करोड़ रुपये लागत से धेलु से भतेहर सड़क के उन्नयन कार्य और 12.72 करोड़ रुपये लागत से नाबार्ड के अन्तर्गत बगोड़ा बगला हार्ड रोपड़ी मोरदुग चांदनी सड़क की मैटलिंग, टायरिंग कार्य एवं शेष कार्यों का भूमि पूजन किया। उन्होंने 22.82 करोड़ रुपये की लागत से सीआरएफ के अन्तर्गत धर्मपुर-संधोल सड़क वाया सियूंह-लंगाणा पर कोठीपतन में ब्यास नदी पर फुटपाथ सहित 160 मीटर डब्बल लेन स्पैन पुल और 4.74 करोड़ रुपये लागत के सपारू लांघा घड़वां सड़क के कार्य का शिलान्यास किया। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर कहा कि यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों के फलस्वरूप ही पंचायती राज संस्थानों के प्रभावी संचालन के लिए पंचायती राज संस्थानों के नवनिर्वाचित सदस्यों को विभिन्न नियमों के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए इस प्रकार के सम्मेलन सम्पूर्ण प्रदेश में आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थानों को 429 करोड़ रुपये सीधे तौर पर प्रदान किए गए हैं जिससे इन संस्थाओं का सशक्तिकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पंचायतों के तहत केवल मनरेगा के अन्तर्गत 950 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न मदों के अन्तर्गत प्रदेश में पंचायती राज संस्थानों द्वारा गत एक वर्ष में 2000 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।
मण्डल भाजपा अध्यक्ष पंकज जम्वाल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेताओं ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की है। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र की विकासात्मक मांगें भी रखीं। निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि इस पंचायत सम्मेलन को आयोजित करने का उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं के नव-निर्वाचित प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित करना है।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि विकासात्मक परियोजनाओं के लाभ सबसे निचले पायदान के व्यक्ति को मिले। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत को क्षेत्र के विकास के लिए उनके जिले में चल रहे पांच विकासात्मक कार्यों को क्रियान्वित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत कई पहल की गई हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस योजना के तहत अधिकतम परियोजनाओं को लाया जा सके। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, बैजनाथ के विधायक मुल्ख राज प्रेमी, उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी और पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री भी इस अवसर पर उपस्थित थे।