नाहन, 9 अगस्त : पांवटा साहिब में 35 साल के आढ़त कारोबार से जुड़े अंकित गुप्ता ने मौत को गले लगा लिया। प्रारंभिक छानबीन में आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी को माना गया है। हालत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा उसे पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के विकास नगर के लेहमन अस्पताल ले जाया गया था। वहीं, अंकित ने दम तोड़ दिया।
अस्पताल के माध्यम से स्थानीय पुलिस तक मामला पहुंचा। इसके बाद पांवटा साहिब पुलिस को इत्तला की गई। विकास नगर के अस्पताल पहुंची पांवटा साहिब पुलिस टीम को वहां प्रदीप कुमार व नीरज जैन मिले। रिश्ते में मृतक के जीजा प्रदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि घटना के बारे में उसे ये जानकारी मृतक की पत्नी से मिली थी। पहले उसे साईं अस्पताल ले जाया गया, वहां से लेहमन अस्पताल ले जाया गया।
मृतक के जीजा ने पुलिस को बताया कि मृतक अंकित सब्जी मंडी पांवटा साहिब में आढ़ती का काम करता था, जिसकी वित्तीय स्थिति सही नहीं थी। कई बार उससे भी पैसे ले चुका था। एक बार लोन लेकर साले की मदद भी की थी। दो दिन पहले भी उससे 20 हजार रुपए लिए थे। साथ ही 10 हजार की मांग ओर कर रहा था। जीजा के मुताबिक उपचार के दौरान अंकित से पूछा गया था तो उसने गेहूं में डालने वाली दवाई के सेवन की बात कही थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पांवटा साहिब के डैड हाउस में रखवाने के बाद पोस्टमार्टम करवाया है। शव को प्रदीप कुमार के सुपुर्द कर दिया गया है।
पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया कि सरसरी जांच में मृतक अंकित की मौत किसी कीटनाशक या किसी नशीली दवाई के सेवन से हुई पाई जा रही है। सीआरपीसी 174 के तहत कार्रवाई की जा रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बताया कि मृतक के बिसरे को एसएफएसएल जुन्गा भेजा जा रहा है। अगर जांच में कोई नया पहलू उजागर होता है तो उस सूरत में कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।