संगड़ाह,04 अगस्त : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधिमंडल संगड़ाह महाविद्यालय की समस्याओं को लेकर शिक्षा मंत्री से मिला। संगड़ाह महाविद्यालय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संगड़ाह की समस्याओं को उनके समक्ष रखा गया। इकाई अध्यक्ष सुनील राजपूत ने कहा कि संगड़ाह महाविद्यालय में लगभग 700 के करीब विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है लेकिन उन विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए वहां पर शिक्षकों की भारी कमी है। कुछ एक विषयों को छोड़कर बहुत सारे ऐसे विषय हैं जिनका एक भी अध्यापक संगड़ाह महाविद्यालय में नहीं है।
अगर बात करें साइंस विभाग की तो साइंस का एक भी अध्यापक महाविद्यालय में नियुक्त नहीं है। शिक्षकों के पदों के साथ-साथ संगड़ाह महाविद्यालय में गैर शिक्षकों के भी बहुत सारे पद रिक्त पड़े हैं। वहीं संगड़ाह विद्यालय की बात करें तो वहां पर भी इसी तरह की समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पिछले 2 वर्षों से संघर्ष कर रही है लेकिन प्रशासन और सरकारों की अनदेखी की वजह से छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी स्थाई समाधान अभी तक नहीं मिल पाया है।
प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की शिक्षा के क्षेत्र के लिए यह बहुत ही शर्मनाक बात है। जहां पर शिक्षा की गुणवत्ता की बात होनी चाहिए थी वहां पर प्रशासन और सरकार संगड़ाह महाविद्यालय में कार्यरत अन्य अध्यापकों का भी स्थानांतरण करने में लगी है। संगड़ाह के छात्र पिछले 2 वर्षों से अपनी मांगों को लेकर विभिन्न प्रकार से आंदोलन कर रहे हैं परंतु बहुत शर्म की बात है कि अभी तक प्रशासन और सरकार ने छात्रों की सुध तक नहीं ली।
विद्यार्थी परिषद प्रशासन को चेतावनी देती है यदि आने वाले समय में संगड़ाह के छात्रों की मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद आम छात्रों को लामबंद करते हुए प्रशासन और सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू करेगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगड़ाह के छात्रों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। विद्यार्थी परिषद ने आशा जताई है की शिक्षा मंत्री छात्रों की इन मांगों को पूरा करने हेतु शीघ्र उचित कदम उठाएंगे।