धर्मशाला ,20 जुलाई: उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला में वर्षा जल संग्रहण के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। इस के लिए वर्षा जल संग्रहण ढांचों की उचित देखरेख के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को वर्षा जल संग्रहण और उसके उपयोग को लेकर आईपीएच विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला में वर्षा जल संग्रहण ढांचे विकसित करने के लिए काफी कार्य किया गया है इनके उपयोग को लेकर भी सार्थक कदम उठाने की आवश्यक हैं।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर वर्षा जल संग्रहण के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि वर्षा के पानी के बहाव को रोका जा सके। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पंचायत स्तर पर भी वर्षा जल संग्रहण के लिए बेहतर कार्य किया है इसके साथ ही स्कूलों में भी जल संग्रहण के लिए ढांचे विकसित किए गए हैं। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि वर्षा जल संग्रहण से पानी की कमी को भी पूरा किया जा सकता है। इसमें जिला के सूखाग्रस्त क्षेत्रों के लिए वर्षा जल संग्रहण काफी कारगर साबित हो सकता है। जल के सदुपयोग को लेकर भी लोगों में जागरूकता फैलाना आवश्यक है।
पेयजल स्रोतों के रखरखाव के लिए भी उचित कदम उठाए ताकि लोगों को किसी भी स्तर पर पेयजल की किल्लत नहीं हो। आईपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बरसात में पेयजल भंडारण टैंकों का भी समय समय पर क्लोरीनेशन करवाई जाए ताकि जलजनित रोगों से बचाव हो सके। भारी बारिश से क्षतिग्रस्त पेयजल स्कीमों को भी त्वरित दुरूस्त करने के निर्देश आईपीएच विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं।
इससे पहले आईपीएच के अधिशासी अभियंता राहुल दुबे ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए वर्षा जल संग्रहण को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आईपीएच विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।