हमीरपुर, 12 जुलाई : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के द्वारा टीजीटी आर्ट्स और टीजीटी मेडिकल टेट की परीक्षा का आयोजन प्रदेश भर में किया गया। इस परीक्षा के आयोजन के अवसर पर प्रदेश भर के प्रत्येक सेंटर को सैनिटाइज करके अभ्यर्थियों के लिए पूर्णतया सुरक्षित किया गया था। इस अवसर पर खंड नादौन के रा.व.मा.पा. (कन्या) नादौन, रा.व. मा.पा. (बाल) नादौन, रा.व.मा.पा. जलाड़ी, रा.व.मा.पा. भूम्पल परीक्षा केंद्रों में परीक्षाओं का संचालन किया गया। इन सभी परीक्षा केंद्रों को विभाग के निर्देशानुसार सैनिटाइज करके पूर्णतया सुरक्षित किया गया था।
परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार पर ही विद्यालय प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अभ्यर्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सैनिटाइज किया गया और जिन अभ्यर्थियों के पास मास्क नहीं थे उन्हें मास्क भी बांटे। इसके अतिरिक्त सभी अभ्यर्थियों की थर्मल स्कैनिंग भी की गई ताकि कोरोना महामारी से संबंधित किसी भी सावधानी से बचा जा सके। नादौन के परीक्षा केंद्रों में वहां के प्रधानाचार्यों की देखरेख में सभी उचित नियमों का पालन करते हुए परीक्षा संपन्न की गई और सभी अभ्यर्थियों ने परीक्षा के संचालन हेतु नियमों का पालन करके सहयोग प्रदान किया।
रविवार सुबह को हुई टीजीटी आर्ट्स की परीक्षा में चारों केंद्रों के 456 अभ्यर्थियों में से 407 अभ्यर्थी उपस्थित रहे; जिसमें बाल विद्यालय में 112, कन्या विद्यालय में 109, जलाड़ी विद्यालय में 83 और भूम्पल में 103 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। शाम को हुई टीजीटी मेडिकल की परीक्षा में कन्या और बाल विद्यालय में दो ही परीक्षा केंद्र थे, जिसमें दोनों ही विद्यालयों में 74-74 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। कुल मिलाकर 160 अभ्यर्थियों में से केवल 148 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। ये दोनों ही परीक्षाएं सभी कोविड-19 से संबंधित नियमों का पालन करते हुए ली गई। इन चारों ही केंद्रों में परीक्षा प्रधानाचार्यों की देखरेख में सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर खंड नादौन के तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा ने चारों परीक्षा केंद्रों में जाकर वहां की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया, जिसमें अभ्यर्थियों की सुरक्षा हेतु किए जाने वाले उपायों और अन्य सुविधाओं की जांच पड़ताल की। उन्होंने चारों ही परीक्षा केंद्रों को अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु सभी प्रकार की उत्तम सुविधाओं को अपनाने के दिशा-निर्देश भी प्रदान किए, ताकि सभी अभ्यर्थी सुरक्षित रह कर अपनी परीक्षा दे सकें। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारी रामपाल शर्मा विशेष रूप से बाल विद्यालय और कन्या विद्यालय दोनों ही परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित रहे।