धर्मशाला, 5 जुलाई : अतिरिक्त उपायुक्त, राहुल कुमार ने कहा है कि विपणन, प्रसंस्करण और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिला-एक उत्पाद की तर्ज पर कृषक उत्पादक संगठनों का गठन होगा। कम-से-कम 100 सदस्यों के साथ कृषक उत्पादक संगठन बनेंगे। अतिरिक्त उपायुक्त, आज नाबार्ड के तहत कृषक उत्पादक संगठन निर्माण व संवर्धन योजना की जिला स्तरीय अनुप्रवर्तन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय अनुप्रवर्तन समिति का मुख्य उद्देश्य कृषक उत्पादक संगठनों के विकास की प्रक्रिया में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए सभी संभव प्रयास करना है। संगठन आवश्यकतानुसार प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन मशीनरी और उपकरण टिलर, कल्टीवेटर, स्प्रिंकलर सेट, कम्बाइन, हार्वेस्टर आदि कस्टम हाइरिंग माध्यम से उपलब्ध करवाते हैं और मूल्यवर्धन गतिविधियों जैसे सफाई, छंटाई, ग्रेडिंग, पैकिंग में भी सहयोग देते हैं।
उन्होंने बताया कि नाबार्ड के पास एक हजार करोड़ रुपए तथा डीसी के पास पांच सौ करोड़ रुपए की निधि से क्रेडिट गारंटी फंड (सीजीएफ) स्थापित किया गया है ताकि एलिजिबल लैंडिंग इंस्टीट्यूशन (ईएलआई) पात्र कृषक उत्पादक संगठनों को बिना कॉलेटराल के ऋण प्रदान कर सकें। इस अवसर पर जिला विकास प्रबंधक (नाबार्ड) अरुण खन्ना, जीएम जिला उद्योग राजेश शर्मा, उप निदेशक बागवानी कमलशील, उप निदेशक कृषि जीत सिंह ठाकुर, उप निदेशक पशुपालन संजीव शर्मा एवं उप निदेशक आत्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।