वी कुमार/मंडी
पेंशन और अन्य वित्तिय लाभ न मिलने से परेशान एचआरटीसी के पेंशनरों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एचआरटीसी पेंशनर्ज कल्याण संगठन के अध्यक्ष बृजलाल धीमान ने बताया कि प्रदेश के 6 हजार पेंशनरों के 200 करोड़ से अधिक के वित्तीय लाभ निगम के पास लंबित पड़े हैं। इनकी अदायगी की तरफ सरकार और निगम कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। 2016 के बाद रिटायर हुए कर्मचारियों के सभी वित्तीय लाभ अभी तक लंबित पड़े हैं।
प्रत्येक कर्मचारी का 10 से 12 लाख निगम के पास पड़ा है। न तो इन्हें यह लाभ दिए जा रहे हैं, न ही पेंशन और न ही मेडिकल बिल की रिएम्बेरस्मेंट मिल पा रही है। पूर्व सरकार से लेकर मौजूदा सरकार तक इन पेंशनर्ज ने कई बार अपनी बात सीएम तक पहुंचाई, मगर कहीं से भी कोई सुनवाई नहीं हुई। बृजलाल धीमान ने बताया कि सीएम जयराम ठाकुर भी हर बार सिर्फ कोरा आश्वासन दे रहे हैं जबकि सुनवाई कोई नहीं कर रहा है।
सरकार और निगम के ढुलमुल रवैये को देखते हुए पेंशनर्ज ने आने वाली 14 जून को शिमला में एमडी के कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है। यदि फिर भी मांग नहीं मानी गई तो फिर पेंशनर भूख हड़ताल और आत्मदाह जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। बृजलाल धीमान ने कहा कि पेंशनर्ज जो भी कदम उठाएंगे उसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और निगम की होगी।
इनका कहना है कि एचआरटीसी के पेंशनर अपना हक पाने के लिए कई बार कोर्ट भी गए। मगर निगम कोर्ट के आदेशों की भी कोई पालना नहीं कर रहा है। कोर्ट के आदेशों की अवहेलना के 127 मामले कोर्ट में फिर से विचाराधीन हैं। सरकार और निगम इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।