एमबीएम न्यूज/संगड़ाह
किडऩी की बीमारी से जुझ रही 14 वर्षीय उर्मिला के जीवन में आशा की किरण आई है। इलाज के लिए धावकों सहित समाजसेवियो के हाथ आगे बढ़े हैं। वीरवार को इलाज के लिए मैराथन धावक दिव्यांग वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू द्वारा गुरुवार को 26 किलोमीटर की चैरिटी रन का आयोजन किया गया। रन को अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 2 घंटे 20 मिनट के रिकॉर्ड समय में तय की गई संगड़ाह से रेणुकाजी तक की दूरी में भारतीय सेना के जवान अरूण ने भी बराबर दौड़ अपनी भागीदारी निभाई।
इस दौरान पीडि़त छात्रा की मां किरण देवी तथा मैराथनर बबलू की मां उर्मिला देवी भी मौजूद रही। क्षेत्र के समाजसेवियों द्वारा गत शुक्रवार से शुरू की गई उर्मिला को बचाने की मुहिम के तहत अब तक करीब दो लाख की राशि एकत्रित की जा चुकी है। राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह के छात्रों द्वारा जहां 55 हजार के करीब राशी जुटाई गई, वहीं सिरमौर जिला के विभिन्न संगठन तथा आम लोग भी इस बेटी के इलाज के लिए दिल खोलकर चंदा जुटाने में जुटे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई मैराथन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके सुनील शर्मा द्वारा अगले माह छात्रा के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिरमौर चैरिटी रन-3 के नाम से पूरे जिला में मैराथन की जाएगी। इसके अलावा हिमाचल के आधा दर्जन ख्याति प्राप्त लोक गायकों द्वारा सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में उर्मिला के लिए चैरिटी शो का भी आयोजन किया जाएगा। वीरेन्द्र के साथ उक्त प्रोमो रन में सहयोग करने वाले संगड़ाह के साथ लगते गांव बोरली के सेना में कार्यरत अरूण ने भी 2 घंटे 20 मिनट के रिकॉर्ड समय में उक्त दूरी तय की। फौजी अरुण ने कहा कि अपनी छुट्टियों के दौरान वह उर्मिला के लिए चंदा जुटाने में पूरी मदद करेंगे।
दिव्यांग होने के बावजूद नहीं मानी हार जीत चुके हैं कई पदक
दिव्यांग धावकों की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में आठ रजत व कांस्य पदक जीतने के अलावा हाल ही में बबलू कांगड़ा व सोलन में आयोजित ओपन मैराथन में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके हैं। वीरेन्द्र सिंह ने बातचीत में कहा कि पहली बार किसी किडनी की बीमारी से पीडि़त बच्चे के लिए की गई अपनी इस चैरिटी रन से वह बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि उर्मिला की किडनी का सफल ट्रांसप्लांट उनकी सबसे बड़ी जीत होगी। इतना कहने के बाद वह भावुक होकर रोते नजर आए।