नितेश सैनी/सुंदरनगर
भाजपा के संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष एवं विधायक राकेश जम्वाल ने अनिल शर्मा द्वारा ऊर्जा मंत्री के पद से त्यागपत्र को नाकाफी बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुत्रमोह में फंसे अनिल शर्मा ने भाजपा के साथ दगा किया है उसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर पिछले विधानसभा चुनाव में अनिल शर्मा को भाजपा का टिकट ने मिला होता तो उनकी कभी भी जीत नहीं हो सकती थी। अब जब उनके पुत्र आश्रय शर्मा को मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट मिला है तो अनिल शर्मा ने भाजपा के साथ भीतरघात कर अपने पुत्र के लिए घर पर बैठ प्रचार शुरु कर दिया। जो नैतिकता के खिलाफ तो था ही बल्कि अपने राजधर्म के साथ भी उन्होंने दगा किया।
उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा के परिवार की आया राम गया राम की जो राजनीति है वह अब आगे नहीं चलने वाली है। अगर अनिल शर्मा खुद को सक्षम समझते हैं तो वह विधायक के पद से त्यागपत्र देकर नया जनादेश लेकर देख लें। उन्हें अपनी जमीनी हकीकत का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अनिल शर्मा को कई मौके दिए। लेकिन वह पुत्र मोह में ग्रस्त हो मुंह छुपा कर बैठे रहे। उन्होंने कहा कि मंडी से भाजपा प्रत्याशी रामस्वरुप शर्मा की जीत तय है। अनिल शर्मा के पुत्र व कांग्रेस प्रत्याशी की लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त होना तय है।