नितेश सैनी/सुंदरनगर
शुकदेव मुनि की तपोस्थली सुंदरनगर में मनाए जाने वाले सात दिवसीय ऐतिहासिक राज्य स्तरीय नलवाड़ मेले का शुभारंभ शुक्रवार को विधिवत रूप से हो गया। इस मेले का आगाज मंडी मंडल के मंडलायुक्त विकास लाबरू ने नगौण खड्ड में बैल पूजन और खूंटी गाड़कर कर जवाहर पार्क में ध्वजारोहण कर किया। एसडीएम व अध्यक्ष राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर डा. अमित कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्यातिथि व अन्य लोग रंगीन पगड़ियां लगाकार बैंड बाजे व ढोल की थाप पर पीडब्ल्यूडी रैस्ट हाउस से नगौण खड्ड तक शोभायात्रा निकाली। नगौण खड्ड में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त विकास लाबरू ने कहा कि सात दिवसीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि दशकों पूर्व इस मेले को सुंदरनगर में मनाया जा रहा है। इस मेले में जिला के अलावा प्रदेश और बाहरी राज्यों के लोगों की ओर से बैलों की खरीद-फरोख्त की जाती हैं।
प्रदेश के अधिकतर लोगों का व्यवसाय अभी भी कृषि, पशु पालन और बागवानी पर निर्भर है। आधुनिक युग में खेती में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग हो रहा है। खेती के लिए मैदानी क्षेत्रों में ट्रैक्टरों का प्रयोग किया जा रहा है। लेकिन प्रदेश की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां अधिकतर क्षेत्रों में बैलों से ही खेती की जाती है। पहले खेतों में बैलों की जरूरत होती थी, लेकिन समय के साथ कृषि में भी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब कृषि आर्थिकी का आकर्षित माध्यम नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि आजकल किसान कृषि करनेे पर भी बेरोजगार हैं। मुख्यातिथि ने मेले उपरांत बैलों को उनके मालिकों द्वारा छोड़ कर जाने को भी एक सोचनीय विषय बताया। इस मौके पर डीएसपी सुंदरनगर तरनजीत सिंह, बीडीओ मोहन कुमार, एसएचओ गुरबचन सिंह रणौत, नगर परिषद कार्यकारी अध्यक्ष अशोक शर्मा, नगर परिषद अध्यक्ष पूनम शर्मा, पार्षद नरेश सेन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।