अमरप्रीत सिंह/सोलन
जहां एक तरफ सरकार युवाओं को नौकरी देने या स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण दिलवा रही है, वहीं धरातल पर इसकी हकीकत कुछ और ही है। ताज़ा मामला सोलन के कोटलानाला का है। जानकारी के अनुसार कोटलानाला में स्थापित हिमाचल प्रदेश ग्रामीण लाइवलीहुड मिशन के तहत चल रहा ट्रेनिंग सेंटर अचानक बंद होने से छात्र सकते में आ गए हैं। प्रशिक्षण ले रहे करीब 24 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। चितिंत छात्रों ने डीसी विनोद कुमार व पुलिस अधीक्षक मधुसूदन शर्मा को इस बारे शिकायत की है।
वही डीसी व एसपी को इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र से शिक्षा ग्रहण कर रहे प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए छात्रों ने बताया कि उन्होंने इस केंद्र में करीब ढाई माह पहले दाखिला लिया था। यहां पर उनको होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जा रहा था, जबकि संस्थान में रहने व खाने की व्यवस्था भी निशुल्क थी। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें करीब 5 दिनों की छुट्टियां दी गई थीं। इसके बाद जब वह वापस केंद्र पहुंचे, तो उन्हें जानकारी मिली कि यह संस्थान तो बंद हो गया है।
उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले ही उनके साथ प्रशिक्षण ले रही एक लड़की को संस्थान द्वारा नौकरी भी दिला दी गई है। अन्य 24 प्रशिक्षणार्थियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत डीसी विनोद कुमार से की। वहीं, मैस मालिक संजीव बंसल ने बताया कि वे इस संस्थान की मैस चला रहे थे। संस्थान प्रबंधक बिना किसी को कोई जानकारी व उनके पैसे दिए बगैर ही गायब हो गए। उन्होंने बताया कि केंद्र में प्रिंसिपल सहित अन्य अध्यापक वर्ग भी यहां से चले गए हैं। अब संस्थान खाली पड़ा है।