नितेश सैनी/सुंदरनगर
सुंदरनगर से बरमाणा बाया सलवाणा रूट पर चलने वाली बस को निगम प्रबंधन ने एक बार फिर से बंद कर दिया है। जिससे सलवाणा पंचायत के दायरे में दर्जनों गांवों के ग्रामीण और बस पास धारक को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। खासकर बस पास धारक को अतिरिक्त खर्च कर निजी बस से आवाजाही करनी पड़ रही है। इस रूट पर दोपहर 3 बजे सुंदरनगर से चलने वाली बस करीब दस दिन से अधिक समय से बंद है।
आरोप है कि निजी बस ऑपरेटर को लाभ देने के चक्कर में आपसी समझौता कर निगम की दोपहर की बस बंद की गई है। इस तरह पहले भी कई बार मनमर्जी की गई है। जबकि प्रदेश सरकार और परिवहन निगम ने इसे बंद करने के कोई निर्देश नहीं दिए है। गौर हो कि सलवाणा आने के लिए निगम की यह बस बरमाणा से सात बजे आती है। यहां पर सवा आठ बजे पहुंच कर क्षेत्र के दर्जनों गांवों की सवारियों खासकर पास धारक छात्रों को सुंदरनगर में कॉलेज और अन्य संस्थानों के लिए पहुंचाती है।
निगम की यही बस दोपहर तीन बसे सुंदरनगर से यहां भेजी जाती थी। जो बीते दस दिन से अधिक समय से बस बंद कर दी गई है। स्थानीय पंचायत के पूर्व वार्ड सदस्य हंस राज ठाकुर और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सलवाणा को एच.आर.टी.सी. की बस सेवा उपलब्ध करवाने में निगम कर्मी मनमर्जी करते रहते है। उन्होंने कहा कि विभिन्न कॉलेज के छात्रों को पास बनाने के समय में अवकाश के दायरे में भी निगम पैसे उगाही कर लेता है।
वहीं मनमर्जी से बस सेवा भी बंद कर लेता है। इस संबंध में सुंदरनगर डिपो के अड्ड़ा से संपर्क करने पर पता चला कि सुंदरनगर के स्कूलों में अवकाश हो गया है। जिससे जड़ोल से सलवाणा जाने वाली बस बंद कर दी है। यह बस शाम को पांच बजे बरमाणा के लिए भेजी जाती है।