नितेश सैनी/ सुंदरनगर
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केशव नायक ने कहा की सडक़ों के निर्माण के नाम पर केंद्र सरकार ने हिमाचल को ठगने का काम किया है। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री केंंद्र सरकार के कार्यकाल के आखिरी दिनों में भी हिमाचल प्रदेश में नए राजमार्गों की घोषणा कर रहे हैं, लेकिन आलम यह है कि नए राष्ट्रीय मार्ग बनना तो दूर की बात, प्रदेश से पहले से मौजूद राष्ट्रीय राजमार्गों की हालत दयनीय है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 68 राष्ट्रीय राजमार्ग देने की घोषणा की थी। इन राजमार्गों को सैद्धान्तिक मंजूरी मिल चुकी है इसी तरह का दावा करते हुए उस वक्त केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का पत्र भी जारी किया गया था।
5 जून 2016 को केंद्रीय मंत्री ने सुंदरनगर में 2470 करोड़ की सडक़ योजनाओं की घोषणा की, लेकिन हकीकत यह है कि इसमें से एक भी सैद्धान्तिक मंजूरी से आगे नहीं बढ़ पाई। केशव नायक का कहना है कि प्रदेश को राष्ट्रीय राजमार्ग की घोषणा केंद्र सरकार का एक जुमला ही साबित हुई है।
केशव नायक का कहना है कि केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गडकरी बीते दिनों कांगड़ा में पहुंच कर एक बार फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग का झुनझुना थमा गए। उन्होंने दावा किया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण हिमाचल प्रदेश में 25,000 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन और अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर काम कर रहा है।
कार्यकाल के आखिरी दिनों में भी नितिन गडकरी 4500 करोड़ रुपए की लगात से बनने वाली आठ नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के शिलान्यास कर गए। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है यूपीए सरकार के समय हिमाचल प्रदेश के जिन फोरनेल का काम जारी था, वह भी वर्तमान सरकार के समय में बंद होकर रह गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंंद्र के मंत्री सिर्फ चुनावी घोषणाएं कर रहे हैं।
सडक़ों की जगह हैलीपैड को प्राथमिकता
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि जहां प्रदेश के लोग खराब सडक़ों से त्रस्त हैं, वहीं प्रदेश में आए दिन हैलीपैड बनाने की घोषणाएं हो रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर प्रदेश की सडक़ों की स्थिति में जल्द सुधार नहीं होता है तो पार्टी जल्द सडक़ों पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार को सलाह दी है कि जमीनी स्तर पर सडक़ों के सुधार के लिए गंभीर प्रयास करे और कोरी गप्पों से परहेज करे।