एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
लोकनिर्माण विभाग बड़सर के अंतर्गत आने वाला जमली-चलैली संपर्क सडक मार्ग पिछले 14 वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे है। इस बीच प्रदेश में कई सरकारें आई और चली गई। लेकिन बिडंबना यह है कि न तो किसी राजनेता और न ही लोकनिर्माण विभाग के किसी अधिकारी ने जनता की बार-बार शिकायतों के बावजूद भी इस सडक मार्ग की मुरम्मत करवाने की जेहमत नहीं उठाई है। क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों को सड़क सुविधा से जोडऩे वाला यह मार्ग विभागीय अनदेखी के चलते अब लोगों की जान का दुश्मन बन रहा है।
ऐसे तो सरकार व लोकनिर्माण विभाग जनता को हर संभव सुविधा मुहैया करवाने की बड़ी-बड़ी डींगे हांकते है। मगर इन सब की सच्चाई की पोल पिछले एक दशक से जमली-चलैली सड़क मार्ग की हालत खोल रही है। ऐसा भी नहीं है कि इस बारे स्थानीय लोगों ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों को अवगत नहीं करवाया, लेकिन ढटवाल स्थित इस मार्ग पर लोगों की समस्याओं के हल पर राजनेताओं की रजनीति ही हावी रही है। पिछले लंबे अरसे से राजनीति की भेंट चढ़ते आ रहे इस संपर्क मार्ग की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि इस पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी जोखिम भरा है। सड़क मार्ग खड्ड का रूप धारण कर चुका है। जिससे थोड़ी सी बारिश होने पर ही यह मार्ग घुटनों घुटनों तक कीचड़ से ;लबालब भर जाता है।
जिस कारण स्थानीय लोग व स्कूल जाने वाले बच्चे अपने रोजमर्रा के कामों व स्कूल तक नहीं पंहुच पा रहे है। कई स्थानों पर तो सड़क का आधे से ज्यादा हिसा ल्हासे गिरने से टूट चुका है। इस समस्या के बारे में अवगत करवाने के बावजूद भी लोकनिर्माण विभाग की नींद नहीं खुल रही है। इससे प्रतीत होता है कि बड़सर लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी लोगों की समस्याओं को लेकर कितने गंभीर है। यही नहीं पूर्व सरकार के कार्यकाल में करीब दो वर्ष पहले इसी सडक मार्ग पर ग्वालड खड्ड पर एक पुलिया का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था।
मगर विभाग के अधिकारियों की चतुराई के कारण इस पुलिया का निर्माण कार्य भी यह कह कर रुकवा दिया गया कि वजट खत्म हो गया है। बड़ी शर्म की बात है कि लोकनिर्माण विभाग बड़सर दो साल बाद भी इस पुलिया के अधर में लटके निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए बजट का प्रवाधान नहीं करवा पाया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी भी राजनेताओं की तरह लोगों की समस्याओं के हल को लेकर राजनीति कर रहे है। इनका यह भी कहना है कि विभाग के अधिकारी सरकारी कार्यालयों में बैठ कर लोगों की समस्याओं का हल नहीं बल्कि राजनेताओं की हकुमत की रोटियाँ सेक रहे है।
स्थानीय लोगों राज कुमार, सतीश सोनी, पवन कुमार, मदन लाल, करतार चंद, दीना नाथ, विकास कुमार, सुभाष चंद, अनिल कुमार, सुखराम, प्रीतम सिंह, इत्यादि सहित अन्य ने विभाग को चेताते हुए कहा है यदि विभाग ने शीघ्र अति शीघ्र जमली-चलैली सड़क मार्ग की खराब ही स्थिति को नहीं सुधारा तो सभी स्थानीय ग्रामीण संबधित विभाग के कार्यालय का घेराव करने तथा इसकी सीधी शिकायत जिलाधीश व मुख्यमंत्री को करेंगे। यदि फिर भी समस्या का हल नहीं हुआ तो आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार भी कर सकते है।
उन्होंने कहा है कि इस बीच कोई अनहोनी घटना घटती हाई तो उसकी जिम्मेदारी लोकनिर्माण विभाग बडसर के समस्त अधिकारियों की होगी। जमली-चलैली संपर्क मार्ग की हालत बहुत खराब चल रही है। इसके चलते कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। रोजाना दो पहिया वाहन चालक इस मार्ग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। इस सड़क मार्ग को ठीक करने के लिए हजारों बार लोकनिर्माण विभाग से मांग की जा चुकी है। मगर विभाग का कोई भी अधिकारी पिछले लंबे समय से लोगों की इस समस्या बारे ध्यान नहीं दे रहा है।