एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
मार्च 2015 में एनआईटी में आयोजित पहले सफल फिल्मोत्सव के करीब 4 वर्षों के बाद दूसरा फिल्मोत्सव जनवरी के अंत में हो रहा है। फिल्म फेस्टीवल के संयोजक व फिल्म निर्माता राजेन्द्र राजन ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रमुख फिल्मोत्सव से पूर्व कैरियर प्वाइंट यूनिर्विसटी में 8 जनवरी को टैस्ट चैक के तौर पर कुछ फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मिनी फिल्म फैस्ट में दो घंटे की अवधि में 5-6 पुरस्कृत लघु फिल्में दिखाई जाएंगी। इनमें देवकन्या ठाकुर की शार्ट फिल्म “लाल होता दरख़्त”, मेला राम शर्मा की डाक्यूमेंट्री ‘इन द ट्यूबलाइट ज़ोन, कमलेश मिश्रा की ‘किताब आदि फिल्में दिखाई जाएंगी।
यूनिर्विसटी के सहयोग के लिए कुलपति व रजिस्ट्रार का आभार व्यक्त करते हुए राजन ने कहा कि फिल्मोत्सव के माध्यम से आम दर्शकों और छात्र-छात्राओं में सामाजिक जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिल्में सामाजिक बदलाव का ज़रिया बनती हैं। फिल्मोत्सव के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, नशे के विरुद्ध अभियान, स्वच्छ भारत के अलावा पर्यावरण संरक्षण आदि थीम्स पर दिखाई जाने वाली फिल्मों का चयन किया गया है। यह फिल्मोत्सव जनवरी के अंत में यूनिर्विसटी के हॉल में ही होगा। जिसमें भाषा विभाग, पर्यटन विभाग, हैंडलूम व हैंडिक्रॉफ्ट कारर्पोरेशन आदि सहयोग कर रहे हैं।
दूसरे हमीरपुर फिल्मोत्सव में आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शनी और बुक फेयर का आयोजन भी होगा। सिनेमा के माध्यम में छोटी व लघु फिल्मों को रूरल ऑडियंस तक ले जाने का यह पहला प्रयास है। क्योंकि अब तक हिमाचल में केवल बड़े शहरों, शिमला व धर्मशाला आदि में ही फिल्म फेस्टीवल हो रहे हैं। इस फिल्मोत्सव में प्रदर्शित की जाने वाली फिल्मों को देखने के लिए के भोरंज उपमंडल के स्कूल, कॉलेज के छात्रों व महिला मंडलों आदि को भी निमंत्रित किया जाएगा।