वी कुमार/मंडी
मानवाधिकार दिवस के मौके पर मंडी में ह्यूमन राइट्स संरक्षण संस्था ने प्रैस से मिलिए कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर संस्था की प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व जिला संयोजक सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान मानवाधिकारों को आम लोगों तक पहुंचाने के बारे में विचार किया गया। साथ ही मौजूदा समय में समाज में मानवाधिकारों के हो रहे हनन के बारे में भी चर्चा की गई। इस मौके पर ह्यूमन राइट्स सरंक्षण संस्था ने एक पैम्फलेट भी लांच किया। इस पर मानवाधिकारों से जुडे 30 आर्टिकलों को हिन्दी भाषा में लिखा गया है। संस्था का मानना है कि हिमाचल प्रदेश में ज्यादातर लोग गावों में रहते हैं व उन्हे अंग्रेजी भाषा समझने में परेशानी होती है। इसी कारण इस पैम्फलेट में मानवाधिकारों के बारे में जानकारी को हिन्दी में दर्शाया गया है। ताकि इनकी जानकारी सभी लोगों तक पहुंच सके।
इस मौके पर संस्था की अध्यक्ष अगनुस न्यूटन ने कहा कि उनकी संस्था हिमाचल में नई है। लेकिन वे मानवाधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रहे हैं। उनकी संस्था आने वाले समय में गांवों में जा कर लोगों को उनकी अधिकारों के प्रति जागरूक करेगी। इसके साथ ही हिमाचल के कुछ जिलों के दुर्गम क्षेत्रों में मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के साथ भेदभाव होता है। जिसके लिए अब संस्था गांवों मे जाकर महिलाओं के साथ-साथ गांव के लोगों को ऐसा न करने के बारे में और स्वच्छता रखने के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। ह्यूमन राइट्स संरक्षण संस्था यूएनओ से मान्यता प्राप्त है व हिमाचल प्रदेश में मंडी को मुख्यालय बनाया गया है। अन्य जिलों मे भी इसकी शाखाएं हैं व आने वाले समय में इसके साथ अन्य जिलों को भी जोड़ा जाएगा। लोगों के अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही लोगों के ऐसे मुद्दों को कोर्ट के माध्यम से भी निपटाने का प्रयास किया जाएगा।