एमबीएम न्यूज़/ऊना
मुख्यालय के साथ लगते गांव डंगोली में तेंदुए की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। तेंदुए ने एक ही दिन में गांव के ही पशुपालक जगदेव चंद की तीन बकरियों को अपना निवाला बनाया है। इससे पशुपालक को करीब 25 हजार रुपये का नुकसान आंका गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मामले की जांच कर तेंदुए के लिए पिंजरा लगाकर उसे काबू करने की मांग की है। वहीं प्रशासन से गरीब पशुपालक को उचित मुआवजा भी देने की गुहार लगाई है। जानकारी के मुताबिक जगदेव चंद रोजाना की तरह घर के ही पास अपनी बकरियों को चरा रहा था। इसी दौरान करीब तीन बकरियां लापता हो गई। जगदेव चंद और उसके परिजनों ने उन्हें हर संभव स्थान पर खोजा लेकिन बकरियों का कोई अता-पता नहीं चल सका।
इसी दौरान अगले दिन परिजन बकरियों को खोजते-खोजते जंगल की तरफ गए। जहां उन्हें झाडिय़ों में तीनों बकरियों के क्षति-विक्षत शव बरामद हुए। बकरियों को जंगली जानवर ने इस तरह से नोचा था कि उनकी गर्दनों और टांगें ही उन्हें मिल पाई हैं। ग्राम पंचायत डंगोली के प्रधान हेमराज और उपप्रधान रामपाल शर्मा ने बताया कि जगदेव चंद को बकरियों की मौत से काफी नुकसान हुआ है। इन बकरियों में हाल में पशुपालन विभाग द्वारा अबंटित बकरियां भी शामिल थीं। उन्होंने प्रशासन से पीडि़त पशुपालक परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जंगली जानवर की दस्तक से जहां पशुपालकों को चिंता होने लगी है, वहीं ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल है।