अमरप्रीत सिंह/सोलन
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी और वानिकी विश्व विद्यालय नौणी के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के छात्रों द्वारा गरीब लोगों के लिए सर्दियों के कपड़े इकट्ठा करने की मुहिम को सभी से खूब समर्थन मिला। लगातार तीसरे साल आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्रों व कर्मचारियों ने 75 से अधिक नए कंबल और नवजात शिशुओं और युवा माताओं के लिए नए कपड़े दान किए। इसके अलावा छात्र पांच क्विंटल से अधिक गर्म कपड़े इकट्ठा करने में कामयाब रहे। यह कपड़े अब गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान किए जाएगें। इस कार्यक्रम का उद्घाटन छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. एस के गुप्ता ने किया। उन्होनें छात्रों की इस पहल की खूब सराहना की।
उन्होंने उम्मीद जताई है कि छात्रों ने इस आयोजन से जो मूल्यवान शिक्षा प्राप्त की है, उसे अपने जीवन में लागू करें। जब भी मौका मिलेगा तब ज़रूरतमंद की मदद करेंगे। डॉ. गुप्ता ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्र जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। क्योंकि यह न केवल हमारी सामाजिक समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद करते है, बल्कि छात्रों को अपने प्रबंधन कौशल को सुधारने का भी मौका देते है। बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के हैड डॉ. केके रैना ने बताया कि इस अभियान के पीछे का उद्देश्य छात्रों के बीच चैरिटी की आदत को बढ़ावा देना है, क्योंकि पढ़ाई के साथ-साथ इन चीजों को भी सीखना संपूर्ण विकास के लिए ज़रूरी है।
उन्होनें बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छात्रों ने कड़ी मेहनत की है। लोगों को अपने पुराने कपड़े दान देने के लिए प्रेरित किया। डॉ. रैना ने बताया कि वह श्रमिकों और गरीब लोगों की पहचान करेगें, जिन्हें सर्दियों के कपड़ों की ज़रूरत है। दान दिए गए सभी कपड़े इनमें बाटें जाएंगे। छात्रों द्वारा ही वितरण की देख-रेख होगी। नए कपड़े और कंबल युवा माताओं को दान दिए जाएंगे।