वी कुमार/मंडी
पिछले कल मंडी जिला में कांग्रेस पार्टी के सम्मेलन में लोकसभा के टिकट को लेकर चार प्रमुख नामों पर चर्चा हुई। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन चार दावेदारों के समर्थकों ने इनके टिकट की पैरवी की। सबसे पहले वीरभद्र सिंह के लिए टिकट की मांग उठी। सम्मेलन में वीरभद्र सिंह के काफी समर्थक मौजूद थे। वह चाहते हैं कि वीरभद्र सिंह एक बार फिर से चुनावी रण में उतरे। हालांकि खुद वीरभद्र सिंह कई बार इस बात को स्पष्ट कह चुके हैं कि अब उनकी चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं है। वहीं पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर के नाम पर भी सम्मेलन में चर्चा हुई। बता दें कि कौल सिंह ठाकुर भी मीडिया के समक्ष कई बार यह कह चुके हैं कि वह खुद चुनाव लड़ने के पक्षधर नहीं हैं।
वह चाहते हैं कि इस बार किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारा जाए। इसके बाद दीपक शर्मा और बुद्धि सिहं ठाकुर के समर्थकों ने इन्हें टिकट दिए जाने की पैरवी की। बता दें कि दीपक शर्मा मंडी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं और पार्टी का एक युवा चेहरा हैं। संगठन में इनकी अच्छी पैंठ है और प्रदेशाध्यक्ष के काफी करीबी माने जाते हैं। वहीं कौल सिंह ठाकुर के भी दीपक शर्मा करीबी माने जाते हैं। ऐसे में दीपक शर्मा का नाम सामने आने से इनके समर्थकों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। वहीं कुल्लू जिला के अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर भी लगातार तीन बार अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं।
इनके समर्थक भी चाहते हैं कि इन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा जाए। हालांकि प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने सम्मेलन से आई फीडबैक को पार्टी हाईकमान तक पहुंचाने की बात कही है। यह भी स्पष्ट कहा है कि पार्टी हाईकमान ही टिकट पर अंतिम निर्णय लेगी। अगर वीरभद्र सिंह और कौल सिंह ठाकुर अंतिम समय तक चुनाव लड़ने के लिए राजी नहीं हुए। पार्टी ने किसी न किसी नए चेहरे को मौका दिया तो दो जिलाध्यक्षों में से किसी एक को यह मौका मिल सकता है।